Udaipur Electrcity Theft: रेलवे ट्रैक और आसपास की तकनीकी चीजों के साथ थोड़ी सी छेड़छाड़ हजारों यात्रियों के जीवन को संकट में डाल सकती है. लेकिन उदयपुर से जुड़ी रेलवे लाइन पर छेड़छाड़ नहीं, बल्कि चोरी की बड़ी वारदातों का खुलासा हुआ है. रेलवे सुरक्षा बल ने इन चोरियों पर कार्रवाई करते हुए 4 गैंग का खुलासा किया है और 11 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है.
बड़ी मात्रा में कॉपर वायर की हुई चोरी
यहां रेलवे की सप्लाई वाली बिजली के कॉपर वायर की चोरी हुई है. चोरी भी कई बार हुई. बड़ी बात यह है कि बदमाशों ने 25 हजार वोल्टेज की बिजली सप्लाई होते हुए भी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया. रेलवे सुरक्षा बल के सहायक सुरक्षा आयुक्त एमएस शेखावत ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मण्डल के उदयपुर क्षेत्र के नावली-बड़ी सादडी खण्ड में रेल विद्युतीकरण तारों (ओएचई तारों) की हो रही लगातार चोरियों पर कार्रवाई हुई है. अजमेर मंडल के रेलवे सुरक्षा बल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 गैंग को पकड़ा है और पूरे नेटवर्क का खुलासा किया है.
ऐसे पकड़ में आए गैंग के बदमाश
आरोपी पहले रेलवे लाइन को ट्रिप करते और विद्युत प्रवाह बंद होने के बाद उन्हें काटकर ले जाते थे. लगातार ऐसी शिकायतें प्राप्त हो रही थीं. इसके बाद टीमों का गठन किया. उन्होंने बताया कि पुलिस उक्त घटनाओं को चुनौती मानते हुए जांच कर रही थी. सूचना मिली कि 11 मार्च की रात को भटेवर के पास रेलवे पुलिया के नीचे 25 हजार वोल्टेज बिजली प्रवाहित होने के बाद भी चोरी हुई. इसके बाद आरपीएफ के एसपी ने उदयपुर की पुलिस से समन्वय कर भटेवर के पास रेलवे पुलिया पर लगे सीसीटीवी के फुटेज देखे.
सीसीटीवी फुटेज में आरोपियों को भागते देखा गया
सीसीटीवी में आरोपियों के भागने का फुटेज मिला. इसके बाद आस-पास के लगभग 20 कस्बों व शहरों के सीसीटीवी फुटेज देखे गए. घटनास्थल पर आरोपियों द्वारा काटे गए तार के उपकरणों ग्राइन्डर, कटर के बारे में आस-पास के सभी शहरों में डिस्टीब्यूटरों से जानकारी प्राप्त की गई. बाद उदयपुर पुलिस की साइबर सैल के सहयोग से चोरी के स्थानों व उनके आस-पास 13 जगहों की बीटीएस व लगभग 150 नम्बरों की सीडीआर प्राप्त कर उनका विश्लेषण किया गया.
उदयपुर साइबर सेल की मदद से हुई गिरफ्तारी
भटेवर के पास रेलवे पुलिया पर हुई चोरी की बीटीएस को गहनता से देखने पर 6 संदिग्ध मोबाइल फोन को निशाना बनाकर साइबर सैल की मदद से लोकेशन के आधार पर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 3 नाबालिग को डिटेन किया गया. इन वारदातों को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी गोपाल मीना जो गिरफ्तारी के डर से निम्बाहेड़ा इलाके में छुपा था उसे गिरफ्तार किया गया. उसके बाद अन्य चोरियों में संलिप्त 3 गैंग का खुलासा हुआ. इसमें चोरी के आरोपी और ओएचई वायर खरीदने वाले दो कबाड़ियों को गिरफ्तार किया गया है.
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