Udaipur News: आपने अब तक सुना होगा कि सरकारी विभाग द्वारा उनके स्वामित्व में आने वाली वस्तुओं को कंडम घोषित किया गया, क्योंकि वह काम योग्य नहीं रहती. इसके बाद उन वस्तुओं को नियम के अनुसार बेच दी जाती है. लेकिन उदयपुर ने पुलिस विभाग द्वारा हर वक्त कानून व्यवस्था में तैनात रहने वाली एक घोड़ी को कंडम घोषित कर दिया गया है. अब इस घोड़ी को नियमों की पालन करते हुए कोई भी खरीद सकता है. इसके लिए बकायदा आदेश जारी किया गया है.
इस घोड़ी का नाम आशा है जो पुलिस घुड़सवारों के साथ वर्ष 2009 से विभाग में कानून व्यवस्था के लिए सेवाएं दे रही है. पुलिस विभाग द्वारा घोड़ी आशा को करीब 88 हजार रुपये ने खरीदा था. इसके बाद जयपुर में आशा ने सेवाएं दी है.
फिर आशा घोड़ी का ट्रांसफर उदयपुर कर दिया गया था. उदयपुर में पुलिस विभाग के 4 घोड़ा के साथ आशा घोड़ी तैनात है. लेकिन अब इसे बेच दिया जाएगा. इसकी नीलामी होगी. फिलहाल एक दिन नीलामी का रखा भी गया था. लेकिन आशा को लेने के लिए कोई खरीददार नहीं आया.
कमेटी ने घोड़ी को किया कंडम घोषित
दरअसल, पुलिस विभाग में तैनात घोड़ों को डॉक्टर द्वारा लगातार जांच की जाती है. अगर उसे कोई बीमारी है तो डॉक्टर द्वारा इलाज किया जाता है. इलाज के बाद भी अगर वह ठीक नहीं होते तो फिर रिपोर्ट जयपुर मुख्यालय भेजी जाती है.
जयपुर में एक कमेटी गठित होती है और पड़ताल कर उसे जरूरत होने पर कंडम घोषित कर दिया जाता है. इसके बाद नीलामी की प्रक्रिया शुरू होती है. आशा घोड़ी की बात करे तो इसे कुछ माह से पैर में तकलीफ है. जिससे वह ठीक से चल नहीं पा रही थी. इसका उपचार भी किया गया लेकिन राहत नहीं मिली. फिर कमेटी ने आशा घोड़ी को कंडम घोषित किया.
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