Operation Gangslter Clean Bold: उदयपुर संभाग में पुलिस ने रविवार को 'ऑपेरशन गैंगस्टर क्लीन बोल्ड' के तहत बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. यह कार्रवाई उदयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा के निर्देशन पर संभाग के 6 जिला में रविवार को हुई. पुलिस टीमों ने संभाग के उदयपुर, प्रतापगढ़, राजसमन्द, चितौड़गढ़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा में 2000 से ज्यादा ठिकानों पर दबिश दी और वहां से बड़ी बात यह है कि 2144 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें पुलिस ने आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस, अवैध शराब सहित अन्य मुकदमे दर्ज किए.


आईजी अजयपाल लाम्बा ने बताया कि उदयपुर संभाग के समस्त 6 जिलों में आपराधिक गैंग और गैंग्स से जुड़े अपराधियों के 2081 ठिकानों पर करीब 2904 पुलिस जवानों और अधिकारियों ने रविवार अल सुबह दबिश दी गई. ये वहीं स्थान थे जहां अपराधी तत्त्व निवास करते हैं या अपराधियों के छिपने का ठिकाना है. इस दबिश के दौरान उन अपराधियों को टारगेट किया गया है जो अपराधी संगठित गिरोह के सदस्य हैं या संगठित गिरोह के लीडर (नेतृत्वकर्ता) हैं. इस अभियान में विशेष रूप से उन अपराधियों को चिन्हित किया गया जिनका समाज में खौफ है और उनके आतंक या डर की वजह से अनेक बार उनके अपराधों की सूचना आम आदमी पुलिस को भी नहीं दे पाता है.




दबिश के दौरान मौजूद रहे खुद पुलिस अधीक्षक
बता दें कि फायर आर्म्स का प्रयोग कर अपराध कारित करना, ड्रम्स के कारोबार में संलिप्त होना, अवैध वसूली करना किसी तरह के माफिया से सम्पर्क में होना आदि के खिलाफ कार्यवाही करने के मकसद से आज की सामूहिक धरपकड़ की गई है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य संगठित अपराध पर पूरी तरह से लगाम लगाना और संगठित गिरोहों के किए जाने वाले संगठित अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाना है. ऐसे अपराधियों को पूर्व में ही चिन्हित किया और जाकर उनके ठिकानों पर दबिश दी. खुद पुलिस अधीक्षकों ने मौके पर मौजूद रहकर अपने सुपरविजन में इस दबिश कार्रवाई को अंजाम दिया गया.


किसी अपराधी के पूर्व में किए गए अपराधों में वांछित होने के साथ-साथ वर्तमान में भी किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल होने की संभावनाओं को समाप्त करने के लिए ऐसे चिन्हित अपराधियों को पुलिस थाने लाकर विस्तृत पूछताछ की गई.


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