Udaipur Crime News: उदयपुर (Udaipur) पुलिस ने 1.5 करोड़ रुपये की नशीली दवाइयों की खेप को पकड़ा है. साथ ही पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में सामने आया कि यह नशीली दवाइयां कॉलेज के छात्रों को बेची जा रही थी. चौकानें वाली बात यह है की जो नशीली दवाइयां पुलिस ने जब्त की हैं, वो सभी प्रतिबंधित हैं. यानी कई सालों पहले ये दवाइयां बैन हो चुकी हैं. इसके बावजूद ये दवाइयां बड़ी मात्रा में यहां एक मेडिकल स्टोर पाई गईं. अब पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है.


मामले की जानकारी देते हुए उदयपुर पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने बताया प्रतिबंधित नशीली दवाइयों के खिलाफ कि यहां जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) और शहर की हिरणमगरी थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है. टीम ने कार्रवाई करते हुए एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारा और करोड़ों रुपये की अवैध कोडीन सिरप और भारी मात्रा में कई अन्य प्रतिबंधित अवैध दवाइयां बरामद की. यह कार्रवाई उमरडा स्थित भेरूनाथ मेडिकल स्टोर पर हुई, जहां यह दवाइयां रखी हुई थीं और बेची जा रही थी.


मेडिकल स्टोर संचालक गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि इसमें 1.5 करोड़ रुपये की अवैध नशीली कोडीन फास्फेट सिरप के 420 कार्टून, 57377 बोतलें और करीब 26028 अल्प्राजोल्म टैबलेट, करीब 500 ट्रामाडोल टैबलेट के साथ-साथ अवैध गांजा बरामद किया गया. साथ ही इस मेडिकल स्टोर संचालक कमलेश डांगी को गिरफ्तार किया गया है. इस कार्यवाई में पुलिस के साथ औषधि नियंत्रक अधिकारी भी शामिल थे. वहीं पुलिस जिला स्पेशल टीम के पुलिसकर्मियों ने बताया कि हम मुखबिर की सूचना पर मेडिकल स्टोर पर पहुंचे. वहां देखा कि बाहर वैध दवाइयां रखी थीं, लेकिन, मुखबिर के अनुसार स्टोर पर ही जमीन (फर्श) पर छोटे रैक बना रखे थे और उन्हीं में अवैध प्रतिबंधित दवाइयां रखी हुई थीं.


उन्होंने बताया कि वह दवाइयां जब्त की. इसके बाद फिर गोदाम में भी तलाशी ली तो वहां बड़ी खेप निकली. जांच में ये भी समाने आया है कि आरोपी एक सिरप को 300 से 500 रुपयों में युवाओं को बेचता था. इस कार्यवाई के बाद अब पुलिस इस बात जांच कर रही है कि प्रतिबंधित होने के बाद भी आरोपी के पास ये दवाइयां कहां से आती थीं.


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