Udaipur Railway Station: पर्यटन स्थल होने के मद्देनजर झीलों की नगरी उदयपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास होने जा रहा है. रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करने में 354 करोड़ रुपए की लागत आएगी. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि पुनर्विकास का काम तेजी से किया जा रहा है. वर्तमान में उदयपुर रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग के कुछ हिस्सों को तोड़कर खुदाई का काम किया गया है. उन्होंने बताया कि उदयपुर रेलवे स्टेशन की खूबसूरती भव्य और आकर्षक बिल्डिंग को देखने मात्र से नजर आएगी. कैप्टन शशि किरण ने बताया कि उदयपुर शहर के महत्व और पर्यटक स्थल को देखते हुए रेलवे यात्री सुविधाओं को बढ़ाने का काम कर रहा है.
उदयपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास
उदयपुर रेलवे स्टेशन को आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ‘अमृत भारत स्टेशन’ के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है. परियोजना में मेवाड़ का हैरिटेज और आधुनिकता का समावेश है. रेलवे स्टेशन को प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने का प्रावधान है. पर्यटकों के लिए यादगार और विशेष अनुभूति का एहसास होगा. रेलवे स्टेशन पर 20 नई लिफ्ट, 26 नये एस्केलेटर लगाकर मौजूदा संख्या को बढ़ाया जाएगा. दोनों फुटओवर ब्रिज को स्काई वॉक से जोड़ा जाएगा.
यात्रियों को मिलेंगी हाईटेक सुविधाएं
अनारक्षित प्रतीक्षालय, एक्जिक्यूटिव प्रतीक्षालय, खुदरा स्टालें, शौचालय, बेगेज स्कैनर और कोच इन्डिकेटर के साथ ही हर तरह की आधुनिक सुविधाएं यात्रियों को उपलब्ध कराई जाएंगी. रेलवे स्टेशन के मुख्य भवन में कार पार्किंग, आगमन-प्रस्थान के लिए अलग-अलग गेट, सुरक्षा जांच क्षेत्र, 72 मीटर चौड़ाई का कॉन्कोर्स एरिया, फूड कोर्ट, शॉपिंग कोर्ट, कैफेटेरिया, वेटिंग एरिया, प्ले एरिया का प्रावधान है. उदयपुर रेलवे स्टेशन के 86,248 वर्ग मीटर क्षेत्र को विकसित किया जाएगा. ऊर्जा खपत में कमी के लिए ग्रीन बिल्डिंग नवीनीकरणीय ऊर्जा, कचरे का प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन जैसे संसाधनों से लैस होगी.