Rajasthan Crime News: राजस्थान के उदयपुर संभाग के राजसमंद जिले में सोमवार को दो भाइयों के बीच खूनी संघर्ष हुआ. इसमें बड़े भाई ने ईंटों से ताबड़तोड़ वार करते हुए छोटे भाई और उसकी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया. केवल आठ बीघा जमीन जमीन के कारण यह पूरा विवाद हुआ था. यह जमीन छोटे भाई के हक में जा रही थी जिससे नाराज बड़े भाई ने उसकी हत्या कर दी. घटना राजसमंद जिले के ग्राम पंचायत ओलना खेड़ा के धनकपुरा में हुई है. 


जमीन के लिए हुआ विवाद
बता दें कि आरोपी बड़े भाई का नाम अमर सिंह और छोटा भाई का नाम भगवान सिंह है. ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब तीन बजे भगवान सिंह परिवार सहित अपने पिता शंभू सिंह के घर मिलने गया था. जहां पहले से अमरसिंह और उसका परिवार मौजूद था. पिता से बात करते समय दोनों भाइयों के बीच जमीन विवाद को लेकर कहासुनी शुरू हुई.


पिता शंभू सिंह ने दोनों भाइयों को रोकने का प्रयास किया लेकिन विवाद बढ़ गया और बड़े भाई अमर सिंह ने मकान का अंदर से दरवाजा बंद कर दिया. इसके बाद मकान निर्माण में काम आने वाली ईंटों से वार करने लगा. जिसके बाद अमर सिंह की पत्नी प्रेम कुंवर और बेटा राहुल सिंह भी हमलावर हो गए.


भगवान सिंह बचने के लिए चिल्लाने लगा तो ग्रामीण दौड़ कर आए, लेकिन मकान का दरवाजा अंदर से बंद था. ग्रामीण मकान के पीछे से कूद कर अंदर गए और दरवाजा खोला. तब तक भगवान सिंह और उसकी पत्नी बेहोश होकर गिर पड़े थे. जिनको अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई. वहीं घटना में भगवान सिंह के दोनों बच्चे भी घायल हो गए. घटना के अंजाम देने के बाद अमर सिंह वहां से भाग गया. 


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यह है विवाद
पुलिस की जांच में सामने आया कि शंभू सिंह के चाचा किशोर सिंह के कोई संतान नहीं थी. जिस पर शंभू सिंह के ही छोटे बेटे भगवान सिंह को किशोर सिंह ने गोद लिया. गोद लेने के बाद करीब 35 साल पूर्व किशोर सिंह की मौत हो गई. उस दौरान भगवान सिंह नाबालिग था.


किशोर सिंह की आठ बीघा जमीन शंभू सिंह के नाम से चल रही थी. शंभु सिंह आठ बीघा जमीन वापस किशोर सिंह के दत्तक और अपने छोटे बेटे भगवान सिंह को सौंपना चाहता था लेकिन शंभू सिंह का बड़ा बेटा और मृतक का बड़ा भाई अमर सिंह यह जमीन देना नहीं चाहता था. घटना के बाद मौके पर राजसमंद एएसपी शिवलाल बैरवा, एफएसएल टीम सहित अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचे और जांच शुरू की.


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