Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा सत्र (Rajasthan Vidhansabha Session) हाल ही हुआ जिसमें प्रदेश भर के विधायकों ने अपने क्षेत्र से लेकर संभाग और राज्य स्तरीय समस्याओं, योजनाओं सहित अन्य मुद्दों पर प्रश्न पूछे. इन प्रश्नों के जवाब आने शुरू हो गए हैं. ऐसे में बांसवाड़ा (Banswara) जिले के चौरासी विधानसभा विधायक राज कुमार रौत (MLA Raj Kumar Raut) ने जेलों को लेकर दो प्रश्न लगाए थे, जिनके जवाब आए तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. इसमें जेल के प्रमुख मुद्दे को लेकर खुलासा हुआ है.  


राजकुमार रौत ने लगाए ये प्रश्न 
विधायक राज कुमार रौत ने पूछा था कि, उदयपुर संभाग (Udaipur Division) में कितने कारागार हैं? उक्त कारागारों में कितने-कितने कैदियों को रखने की क्षमता है? उक्त कारागारों में नवम्बर-दिसम्बर, 2022 की समयावधि में कितने-कितने कैदी रखे गए? जिलेवार, कारागार वार व क्षमतावार कैदियों की संख्या सहित विवरण सदन की मेज पर रखें. विधायक ने यह भी पूछा था कि क्या यह सही है कि उक्त संभाग के कारागारों में क्षमता से अधिक कैदियों को रखा जा रहा है? यदि हां, तो क्या सरकार कैदियों को अन्य जेलों में स्थानान्तरित करने का विचार रखती है? यदि हां, तो कब तक व नहीं, तो क्यों? विवरण सदन की मेज पर रखें.


इन प्रश्नों का मिला यह जवाब
इसके जवाब में बताया गया कि, उदयपुर संभाग में महिला बंदी सुधारगृह सहित कुल 19 कारागृह हैं. उनमें बंद रहे कैदियों की संख्या क्षमता से ज्यादा है. बता दें कि यह सही है कि उदयपुर संभाग के कुछ कारागृहों में कैदियों की संख्या एक समस्या है. इन कैदियों को यथासंभव अन्य कारागृहों में जहां भीड़ की स्थिति नहीं है, वहां समय-समय पर स्थानान्तरित किया जाता है.


जेलों की क्षमता से ज्यादा कैदी
उदयपुर संभाग में राजसमन्द, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ जिले हैं. उदयपुर संभाग में 19 जेल है. इसमें उदयपुर में 7, बांसवाड़ा में 2, चित्तौड़गढ़ में 4, डूंगरपुर में 2 और प्रतापगढ़ में 2 जेल है. इन जेलों में कैदियों की संख्या 2,719 है, जिनकी तुलना में यहां 3,600 से भी ज्यादा कैदी रह रहे हैं. यानी 19 जेलों में 900 कैदी ज्यादा हैं. यह आंकड़े जेलों की भयावह स्थिति को बयां कर रहे हैं.


PM Modi in Rajasthan: उदयपुर पहुंचे PM मोदी का BJP सांसद और विधायकों ने किया स्वागत, भीलवाड़ा हुए रवाना