Udaipur News: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) मंगलवार को उदयपुर (Udaipur) दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने उदयपुर के गोवर्धन विलास स्थित पन्नाधाय पार्क में पन्नाधाय महाराणा उदय सिंह और चंदन की प्रतिमाओं का अनावरण किया. इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria), केंद्रीय उर्जा राज्यमंत्री कृष्ण पाल सिंह (Krishna Pal Singh) सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे. राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में राजस्थान के शौर्य और पराक्रम की गाथा से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किए गए कार्य और यूक्रेन में फंसे मेडिकल स्टूडेंट को रेस्क्यू कैसे किया इसके बारे में भी जानकारी दी.


राजनाथ सिंह ने क्या कहा ?


केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत भारत माता की जय नारे से करते हुए कहा कि पन्नाधाय की मूर्ति के अनावरण के लिए गुलाबचंद कटारिया ने ठान ली थी कि मेरे हाथों ही करवाना है और मैं खुद इस कार्य को करना चाह रहा था. पन्नाधाय जैसी वीरांगना की प्रतिमा का अनावरण करके अपने आप को खुश किस्मत समझता हूं. उन्होंने आगे कहा कि सम्राट और साम्राज्य को तो सब याद रखते हैं लेकिन ये साम्राज्य किनके योगदान और बलिदान से बने हैं उनका अभिनंदन जरूरी है. साथ ही ये भी कहा कि किसी विदेशी लेखक ने कहा है कि राजस्थान हिंदुस्तान नहीं विश्वभर में एक ऐसी मिट्टी का प्रदेश है जो यहां के वीरों की हड्डियों से बनी है.


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पीएम मोदी ने जो किया ना कभी हुआ ना होगा- राजनाथ सिंह


राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि रूस और यूक्रेन का युद्ध चल रहा था तब हिंदुस्तान के 22500 बच्चे वहां फंसे हुए थे. माता-पिता के सिर पर चिंता की लकीरें थी लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने जो कदम उठाया है वैसे ना कभी उठाए गए हैं और ना कोई उठा सकता है. उन्होंने रूस यूक्रेन और अमेरिका के राष्ट्रपति से बात की और कुछ घंटों तक युद्ध को विराम दिया गया. फिर सभी बच्चों को सुरक्षित हिंदुस्तान लाया गया. उन्होंने ये भी कहा कि अब तक आप सैनिकों के हाथ में जो बंदूक, राइफल, टैंक देखते थे, वो दूसरे देशों से मंगवाए गए होते थे. लेकिन अब हिंदुस्तान को आत्मनिर्भर की ओर ले जा रहे हैं. आने वाले समय में बंदूक, राइफल, गोला, बारूद, टैंक आदि सभी हिंदुस्तान की धरती पर बनेंगे. इसके लिए लाखों करोड़ों में रक्षा के लिए बजट है.


ऐसी हैं प्रतिमाएं


पार्क में पन्नाधाय की प्रतिमा 9.6 फीट की है. जबकि उदयपुर बसाने वाले महाराणा उदय सिंह की प्रतिमा 5.6 फीट की है. वहीं मेवाड़ के लिए बलिदान हुए चंदन की प्रतिमा 4.11 इंच की है. तीनों प्रतिमाओं का कुल वजन 1130 किलो है और इसकी कुल लागत 13 लाख रुपए आई है.


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