Udaipur News: राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार शाम को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई. यहां एक महिला अपनी 6 साल की बेटी को गोद मे लेकर चलती ट्रेन के सामने कूद गई. यह तो गनीमत रही कि लोको पायलट की सूझबूझ से ट्रेन के नीचे आने के बाद भी मां और बेटी दोनों बच गई. उन दोनों को एम्बुलेंस की सहायता से उदयपुर के राजकीय महाराणा भूपाल चिकित्सालय लाया गया और उपचार किया गया. 6 साल की बेटी और मां, दोनों के शरीर पर चोटें भी आई. हालांकि उसके परिजन बुधवार सुबह तक नहीं आए थे.


मां ने ऐसा कदम इसलिए उठाया, दोनों 5 दिन से भूखे थे
घटना से भी बड़ी घटना के बाद कहानी सामने आई. 30 वर्षीय महिला ने बताया कि जोधपुर के रहने वाले गणपत नामक व्यक्ति से प्रेम विवाह किया था और उदयपुर में रहने आ गए थे. उदयपुर में कुम्हारों का भट्टा क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे थे. एक साल बाद बेटी ने जन्म लिया. कुछ समय पहले पति हम दोनों को अकेला छोड़कर चला गया. इसके बाद मजदूरी कर बेटी को पाल रहे थी लेकिन फिर भी पूरा नहीं पड़ रहा था. यहां तक ही हालात यह हो गए थे कि पिछले 5 दिन से दोनों ने कुछ नहीं खाया. इसी परेशान के कारण खुद की जान देने की कोशिश की.


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दो डिब्बे ऊपर से निकले, लोको पायलट ने लगाया ब्रेक
यह घटना शहर के कुम्हारों का भट्टा से गुजर रहे रेलवे ट्रैक की है. उदयपुर के सिटी स्टेशन से बड़ीसादड़ी जाने के लिए ट्रेन रवाना हुई थी. इस स्टेशन के कुछ ही दूर महाराणा प्रतापनगर स्टेशन आता है ज़ह ट्रेन रुकती है. इसी कारण इन दोनों स्टेशनों के बीच ट्रेन की स्पीड काफी धीमी होती है. जैसे ही सिटी स्टेशन से ट्रेन निकली और कुम्हारों के भट्टे तक पहुंची कि लोको पायलट ने देखा कि कोई महिला ट्रेन के आगे कूदी है तो तुरंत ब्रेक लग दिए लेकिन फिर भी दो डिब्बे उनके ऊपर से गुजर चुके थे गनीमत रही कि पहियों के नीचे नहीं आए. ट्रेन रुकते ही यात्री भी नीचे उतरे और महिला-बच्ची को बाहर निकाला. फिर स्टेशन लेकर गए जहां से एंबुलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाया.