Rajasthan: ये दो अस्पताल राजस्थान के सबसे बेहतरीन, IIRF रैंकिंग में टॉप 2 पर, जानें क्या है खास
Rajasthan Medical Colleges: IIRF ने साल 2023 की देश के कॉलेजों की रैंकिंग जारी की है. इसमें उदयपुर का हॉस्पिटल राजस्थान में दूसरे और देश मे 57वें नंबर पर आया है, जो एक बड़ी बात है.
Udaipur News: इंडियन इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (IIRF) ने देशभर के शैक्षणिक संस्थानों की वर्ष 2023 की रैंकिंग जारी की है. इसमें राजस्थान की बात करें तो राज्य स्तर जयपुर के सवाई मानसिंह कॉलेज (SMS College) प्रथम स्थान पर आया है और देश में 43वां स्थान प्राप्त किया है. वहीं, एक बड़ी बात यह कि राजस्थान के सभी अन्य मेडिकल कॉलेज को पछाड़ते हुए उदयपुर का रविन्द्र नाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज (R.N.T. Medical College) राजस्थान में दूसरे और देश मे 57वें स्थान पर आया है.
इसी मेडिकल कॉलेज के अंदर उदयपुर के सरकारी हॉस्पिटल हैं, जहां ऐसी अत्याधुनिक मशीनें हैं, जिनसे बड़े से बड़े रोग का उपचार हो रहा है. बड़ी बात तो यह भी है कि यहां ऐसी मशीनें भी हैं जो राजस्थान के किसी हॉस्पिटल के पास नहीं हैं. आइये जानते हैं उदयपुर के इस मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल में क्या है खास.
जानिए क्या है खास
- कार्डियोलॉजी: यहां ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी मशीन है जो जयपुर एसएमएस के बाद यहां है. इससे हार्ट से जुड़ी धमनियों के अंदर तक जांच कर क्लोट और बाधा की जांच की जा सकती है.
- न्यूरोलॉजी विभाग: यहां स्टेट ऑफ आर्ट एंजियोग्राफी मशीन की सुविधा है, जो दिमाग की बीमारी को पकड़ती है. इससे धमनियों में आए क्लॉट (थक्का) को जांचा जाता है.
- गैस्ट्रोलॉजी विभाग: इसमें फाइबो स्कैन मशीन की सुविधा है, जो राजस्थान के किसी हॉस्पिटल में नहीं है. इस मशीन से लीवर का लचीलापन जांचा जाता है. मरीज को लीवर बायोप्सी और लीवर में सुई डालकर लेने वाले नमूनों से निजात मिल गई है. जयपुर एसएमएस के बाद एंडो सोनोग्राफी की सुविधा.साथ ही एंट्रोसकॉपी मशीन है जो अन्य किसी हॉस्पिटल में नहीं है. इससे छोटी आंत की जांच होती है.
- टीबी एंड चेस्ट विभाग के पास टीबीयूएस (इंट्रो बैकियल अल्ट्रासाउंड मशीन है जो राजस्थान में सिर्फ उदयपुर में ही है. इससे श्वसन तंत्र में सूक्ष्म बीमारियों को जांचने में मदद मिलती है.
- यहां ऑर्गन ट्रांसप्लांट का कार्य फाइनल स्टेज में है. डीएम कोर्सेस की शुरुआत के साथ ही यहां किडनी ट्रांसप्लांट का कार्य शुरू हो जाएगा, यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी.
अन्य: इसके अलावा पीडियाट्रिक विभाग में एडवांस यूनिट और बेड की ज्यादा उपलब्धता, कैंसर जैसे रोग के उपचार के लिए करोड़ों रुपए की एडवांस मशीन, कान नाक गला विभाग के पास ऐसी सुविधा जो प्रदेश में नहीं.