Udaipur Crime News: उदयपुर (Udaipur) संभाग में अफीम-डोडा की तस्करी (Smuggling) के मामले सामने आते रहते हैं. यहां तक कि कई बार पुलिस तस्कर आमने-सामने हो जाते हैं और ताबड़तोड़ फायरिंग होती है. तस्कर फायरिंग में देशी कट्टा या पिस्टल का उपयोग करते हैं लेकिन राजसमंद (Rajsamand) में एक ऐसी ही मुठभेड़ में तस्करों ने पहली बार पंप एक्शन गन का इस्तेमाल किया है. यह वही पंप एक्शन गन (Pump Action Gun) है जिसका पुलिस उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल करती है. इसका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों को नियंत्रित करने में भी किया जाता रहा है.

 

पंप एक्शन गन में रबर की बुलेट आती है. यह रबर बुलेट किसी को लग जाए तो वह इस कदर घायल होता है कि कुछ देर तक उठ भी नहीं पाता. इससे किसी की जान नहीं जाती. उधर, एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि जिले के केलवा थाने के सामने नाकाबंदी चल रही थी. सुबह करीब 8 बजे मारुति सुजुकी ब्रेजा राजसमंद की तरफ से आई जिसको रुकने का इशारा किया गया. चालक ने कुछ दूर पहले ही कार को रोका और गेट खोलकर बाहर आया. उसने पंप एक्शन गन से पुलिस जाप्ता को जान से मारने की नियत से पांच फायर किए. फिर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में अपनी सर्विस पिस्टल से एक राउंड फायर किया तो चालक वाहन में सवार होकर राजसमंद की तरफ भागा.

 

कार की तलाशी में मिले अफीम और बंदूक

थोड़ी दूरी पर वाहन को रोका गया. उसमें बैठे दोनों व्यक्ति फाटक खोलकर भागने लगे जिनमें से एक व्यक्ति को वाहन की फाटक पर ही पकड़ लिया गया और व्यक्ति जो वाहन चला रहा था वह भाग गया. पकड़े गए व्यक्ति ने पूछने पर अपना नाम किसनाराम बताया. कार की तलाशी ली तो उसमें 9 काले रंग के प्लास्टिक के कट्टे मिले जिसमें अफीम डोडाचूरा भरा हुआ पाया गया. वाहन में चालक के पास वाली आगे की सीट पर एक आग्नेय हथियार पंप एक्सन गन और पांच कारतूस मिले. सभी कट्टों का वजन किया तो कुल वजन 161.200 किलोग्राम निकला. उधर, पुलिस तस्करों की तलाश के लिए पहाड़ी को चारों तरफ से घेर लिया है और सर्च अभियान चलाया जा रहा है.

 

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