Child Marriage: अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के अवसर पर राजस्थान के कई इलाकों में बाल विवाह (Child Marriage) की आशंका को देखते हुए जहां प्रशासन मुस्तैद है और बाल विवाह के खिलाफ अभियान चला रही है वहीं राजस्थान (Rajasthan) में एक ऐसी समाज सेविका भी मौजूद हैं जिन्होंने 25 साल में 20 हजार से अधिक बाल विवाह को रुकवाया है. वह बताती हैं कि 10वीं कक्षा में पढ़ने के दौरान उनका भी बाल विवाह कराया जा रहा था लेकिन परिवार और समाज से लड़कर उन्होंने अपना विवाह रुकवाया था. 


ऊषा चौधरी ने बताया, 'जब मैं 10वीं कक्षा में पढ़ रही थी तो मेरा परिवार मेरी शादी करना चाहता था. उसी समय मेरे मन में था कि मुझे आगे पढ़ना है. घर वालों को ना बोला लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े हुए थे, कोई भी साथ नहीं दे रहा था. मैं भी अपनी जिद पर अड़ी रही और डेढ़ वर्ष के कड़े संघर्ष के बाद आखिरकार परिवार ने मुझे समझा और मैंने अपनी पढ़ाई जारी रखी. इसके साथ अपने घर पर बच्चियों को पढ़ाना शुरू कर दिया. लेकिन मन में आया कि खुद का बाल विवाह मैंने अपनी हिम्मत से रूकवा दिया, लेकिन हर लड़की मेरी तरह हिम्मत नहीं दिखा पाती, इसलिए उन्हें प्रोत्साहित करना जरूरी है. तभी से अपने जीवन का उद्देश्य बना कर बालिकाओं के बाल विवाह को रोकने का जिम्मा उठा लिया.' 


2003 में बनाई थी विकल्प नाम की संस्था, 7 दोस्तों के साथ मिलकर कर रही हैं काम
चितौड़गढ़ में एमए की पढ़ाई करने वाली ऊषा उदयपुर की आस्था संस्थान से जुड़ी हुई हैं. आदिवासी महिलाओं और बालिकाओं के विकास का काम किया.  फिर वर्ष 2003 में 7 दोस्तों के साथ जोधपुर में 'विकल्प' संस्थान की स्थापना की. जिसके तहत युवा लड़कियों का समूह बनाकर बाल विवाह की रोकथाम और बालिका शिक्षा पर काम शुरू कर दिया. तब से अब तक उसी दिशा में काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि इन 25 वर्षों में संस्था के जरिए 20 हजार से ज्यादा बाल विवाह रुकवाए जा चुके हैं. यह संस्था पूरे प्रदेश में काम कर रही है. ऊषा अपने काम के जरिए कई अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में हिस्सा ले चुकी हैं. उन्होंने 2014 में मोरक्को में गर्ल्स नॉट ब्राइड्स इंटरनेशनल मेंबर समिट, न्यूयॉर्क (2015) में क्लिंटन फाउंडेशन नो सीलिंग्स: फुल पार्टिसिपेशन लॉन्च में हिस्सा लिया था. इसके अलावा 2016 में ब्राजील में 13वें एडब्ल्यूआईडी इंटरनेशनल फोरम और 2014 में लंदन में गर्ल्स समिट और 2019 में कनाडा में वुमन डिलीवर में हिस्सा लिया था. 


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