Udaipur News: राजस्थान की उदयपुर पुलिस ने 24 जनवरी की रात को एक फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया था. आरोपी उदयपुर सर्किट हाउस में सीबीआई का असिस्टेंट कमिश्नर बनकर ठहरा था, आरोपी की पहचान अलवर बानसूर निवासी सुनील कुमार के रुप में हुई, फिलहाल आरोपी गिरफ्त में है. इस मौके पर आरोपी सुनील कुमार के साथ में तीन अन्य युवक भी थे, ये सभी उदयपुर घूमने के लिए पहुंचे थे. 


पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपी सुनील कुमार (फर्जी आईपीएस) की कुंडली खंगाली तो कई रहस्य और चौंकाने वाले खुलासे हुए. अब पुलिस इस जांच में जुटी है कि कहीं आरोपी ने फर्जी आईपीएस बनकर लोगों से ठगी तो नहीं की है. पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी ने करीब 3 साल पहले साल 2020 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी, लेकिन वह असफल रहा. इसके बाद में गांव और समाज में अपना रौब और रुतबा झाड़ने के लिए उसने यूपीएससी क्वालीफाई करने की फर्जी खबर फैला दी.


ऑनलाइन मंगवाई पुलिस की वर्दी मंगवाई
इस दौरान जब वह अपने गांव पहुंचा तो परिवार के साथ पूरे गांव के लोगों ने भव्य स्वागत और सम्मान किया. उसकी पोल न खुले, इसके लिए उसने पूरी प्लानिंग कर रखी थी. डीएसपी चांदमल ने बताया कि आरोपी काफी शातिर है. उसने ऑनलाइन ही आईपीएस की वर्दी मंगवाई और कंधे पर लगनेवा ले स्टार और बैज भी खरीदे. उन्होंने बताया कि जांच में ये भी सामने आया है कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा था, इसी दौरान उसने ऑनलाइन आईपीएस अधिकारियों के रहन-सहन और हाव-भाव सीखे. सोशल मीडिया जांच में खुलासा हुआ है कि वह कई बड़े मंचों से सम्मानित भी हो चुका है, सम्मान समारोह में पुलिस के आलाधिकारी भी साथ में बैठे दिखाई पड़ रहे हैं. 


दो राज्यों के सीएम के नाम का शेयर किया बधाई पत्र
पुलिस के मुताबिक, लोगों को पूरी तरह विश्वास दिलाने के लिए और उनको झांसे में लेने के लिए आरोपी सुनील कुमार ने कोई कसर नहीं छोड़ी. यहां तक कि उसने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम का बधाई पत्र जारी कर सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया. आरोपी ने बताया कि आईपीएस के लिए उसका चयन महाराष्ट्र कैडर में हुआ है. आरोपी सुनील कुमार की एक साल पहले सगाई हुई थी, उसने अपने ससुराल वालों को भी इसी झांसे में रखा कि वह एक आईपीएस अधिकारी है. 


सैल्यूट करने पर पकड़ी गई चोरी
पुलिस जब सर्किट हाउस पहुंची और जांच पड़ताल कर रही थी, उस समय उदयपुर के एसपी भी मौके पर पहुंच गए. सुनील कुमार ने एसपी भुवन भूषण यादव को उल्टे हाथ से सैल्यूट किया. साथ ही एसपी यादव ने सीबीआई अधिकारियों से बात की तो उन्होंने भी इस नाम के किसी भी आईपीएस अधिकारी के कार्यरत होने की बात से इनकार किया. आरोपी सुनील कुमार ने पुलिस को अपना कैडर और रैंक भी गलत बताया, उसकी संदिग्ध और हरकतों और बताई गई गलत जानकारियों के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.


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