Rajasthan News: उदयपुर के एक छात्र ने सड़क दुर्घटनाओं (Road Accident) पर रोक लगाने का एक निदान ढूंढ निकाला है. उसने ऐसी तकनीक खोज निकाली है जिससे सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लग सकती है. यह आविष्कार उदयपुर (Udaipur) के महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के इजीनियरिंग कॉलेज के बीटेक फाइनल ईयर के छात्र आकाश सैनी ने किया है. जानते हैं क्या है यह टेक्नोलॉजी.
आकाश सैनी ने बताया कि यह तकनीक सेंसर बेस्ड है. उसने बताया जैसे कि पहाड़ी एरिया में कोई वाहन चलाकर जा रहा है. अक्सर टर्न करते हुए कंट्रोल नहीं कर पाते और वाहन खाई में गिर जाती है. इसमें ऐसा नहीं होगा. जैसे कार के सामने खाई, पहाड़ या अन्य कोई वाहन आएगा तो तुरंत सेंसर एक्टिव हो जाएगा और कार के ब्रेक लग जाएंगे. यही नहीं कार खाई में जाने वाली होगी तो रुकेगी और खुद ही मुख्य मार्ग पर आगे की दिशा में चलती जाएगी.
सेंसर से ब्रेक, स्टेयरिंग और एक्सीलेटर कंट्रोल हो जाएगा. जैसे कोई वाहन चालक घबरा जाता है और ब्रेक नहीं लगा पाता तो वह कुछ भी चिल्लाए, स्टॉप-स्टॉप-स्टॉप, या रुको-रुको-रुको तो वॉइस कमांड से वाहन रुक जाएगा. इसे कोडिंग के माध्यम से तैयार किया गया है. अभी यह डेमो रूप में है लेकिन बड़ी कंपनियां लॉट में बनाएंगी तो लोगों के लिए आसान होगा.
ब्रेक फेल की स्थिति में क्या होगा?
सीटीएई कॉलेज के इलेक्ट्रॉनिक डिपार्टमेंट हेड नवनीत अग्रवाल ने बताया कि ऑटो सेक्टर में कई बदलाव हो रहे हैं और नई टेक्नोलॉजी आ रही है. यह टेक्नोलॉजी आने वाले समय में इस सेक्टर में काफी मददगार रहेगी. कठिन परिस्थिति वाले एरिया में दुर्घटनाओं पर रोक लग सकेगी. जैसे वाहन का ब्रेक फेल हो जाना या गियर काम न करना, ऐसी परिस्थिति में एक इमरजेंसी ब्रेक लगा सकते हैं जो सेंसर पर वर्क करें. आकाश ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को बनाने में 4-5 महीने लगे हैं.