Rajasthan Crime News: उदयपुर की सुखेर पुलिस ने ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है. हजारों बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम लाखों रुपये का चूना लगाया गया. पुलिस ने ठग गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में 9 युवक और तीन युवतियां शामिल हैं. एसपी योगेश गोयल ने बताया कि बारां जिले के सांचौर निवासी विष्णु कुमार चोपदार ने थाने में रिपोर्ट दी थी. रिपोर्ट के मुताबिक परिचित मित्र प्रदीप ने कॉल कर उदयपुर में नौकरी दिलाने का वादा किया.
उदयपुर आने पर ईसीआर एमपीएल प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में दोस्त लेकर गया. मौके पर और भी काफी युवा मौजूद थे. कंपनी में काम करने की ट्रेनिंग दी गई. बताया गया कि ऑनलाइन सेलिंग का काम है. कंपनी में नौकरी के नाम पर 59 हजार 922 रुपये ले लिए गये.
उन्हें फिर बताया गया कि कंपनी में काम करने के लिए आगे और मेंबर जोड़ने हैं. उनसे पैसे मिलने पर कमीशन का लालच दिया गया. ठगी का मामला दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई करने के लिए टीम बनाई. पुलिस टीम ने कंपनी पहुंचकर मौके पर निरीक्षण किया. कंपनी ने बड़े बड़े हॉल किराए पर लिए हुए थे.
ठग गिरोह ने हजारों बेरोजगार युवकों को लगाया चूना
हॉल में 100 से ज्यादा बेरोजगार युवा ट्रेनिंग लेने के नाम पर बैठे हुए थे. युवाओं से बातचीत में पता चला कि नौकरी देने के नाम पर युवाओं को गांवों से बुलवाया जाता. फिर नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर पैसे लेकर सदस्य बना लिया जाता. इस प्रकार नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की जा रही थी. मौके से पुलिस ने 9 युवकों और 3 युवतियों को डिटेन किया.
कंपनी के निदेशक ललित और दिनेश फरार हैं. कार्रवाई में प्राथमिक रूप से सामने आया कि डेढ़ साल से कंपनी का फर्जीवाड़ा चल रहा था. राजस्थान के 2000 से ज्यादा युवाओं को लाखों का चूना लगाया गया है. पुलिस को अनुमान है कि पीड़ितों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है.