Udaipur News: पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण उदयपुर में पिछले तीन दिन से अंधड़ और बारिश का दौर रहा. यह दौर मंगलवार दोपहर को शांत हुआ. फिर भी दिन में भी हवाएं चलती रही. इन तीन दिनों में 34-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली और बारिश भी हुई. इसमें सबसे ज्यादा नुकसान बिजली निगम और फिर कृषि क्षेत्र में उठाना पड़ा. गक्त रात से लेकर सुबह 11 बजे तक चली हवाओं और बारिश ने कई जगह बिजली के पोल गिर गए. वहीं विद्युत बाधित रही. सबसे ज्यादा नुकसान उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिले में हुआ. यहान कृषि और बिजली में भारी नुकसान उठाना पड़ा. 

आम की खेती बर्बाद
उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिला जो आम के लिए राजस्थान में बड़ा निर्यातक माना जाता है. यहां सैकड़ों की संख्या में आम के पेड़ है. तेज हवा के कारण कुछ पेड़ तो गुर गए और कई पेड़ों से कच्चे आम नीचे गजर गए. वहीं बड़ी संख्या में बिजली के पोल गिर गए जिससे गांवों में बिजली ठप हो गई. रविवार रात कक इस तूफान का असर ज्यादा था. वहीं सोमवार रात और सुबह फिर से एक्टिव हुआ. डूंगरपुर में आधे घंटे की तेज हवा और बारिश ने कृषज और बिजली के साथ कई घर के की छत जो चद्दर से बनी थी, वह छप्पर तक उड़ गए. 

200 से ज्यादा गांवों में बिजली ठप
डूंगरपुर डिस्कॉम के एसई आरआर खटीक ने मीडिया से कहा कि बड़ी संख्या में पोल गिरे जिससे 200 से ज्यादा गांवों में बिजली व्यवस्था ठप हुई. इसको लेकर सभी कर्मचारियों को बिजली सप्लाई दुरुस्त में लगा दिया गया. कई गांवों में सोमवार शाम तक बिजली आई तो कई में मंगलवार तक धीरे-धीरे चालू होती रही. फिर भी कुछ गांव में काम बाकी है.

इधर उदयपुर शहर की बात करे तो यहां आज सुबह 34 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली. तापमान भज गिरा. होर्डिंग गिरे तो कहीं पेड़ भी गिरे. हालांकि सुबह का यह माहौल कुछ देर तक रहा और फिर धूप खिल गई. इसके लिए मौसम विभाग ने 3 घंटे का अलर्ट जारी किया था जो सही निकला.


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