Udaipur News: भूमि रूपांतरण की एनओसी जारी करवाने के मामले का यूडीएच का सबसे बड़े रिश्वत कांड में एसीबी की जांच आगे बढ़ती जा रही है. दलाल द्वारा सोमवार रात को 12 लाख रिश्वत लेते पकड़े जाने वाले इस मामले में प्रमुख सचिव कुंजी लाल मीणा, संयुक्त सचिव मनीष गोयल, क्लर्क हरिमोहन के बाद अब पांचवां व्यक्ति भी सामने आया है. वह पांचवां व्यक्ति और कोई नहीं, सरकार का मंत्री है. दलाल के मोबाइल से व्यक्ति परिवादी और दलाल के बीच व्हाट्सएप चैटिंग और एक ऑडियो मिला है, जिसमें मंत्री का जिक्र है. हालांकि मंत्री का नाम सामने नहीं आया है.
मामले में क्लर्क के मोबाइल को भी एफएसएल भेजा गया है. इसकी रिपोर्ट आने के बाद तो और कई खुलासे हो सकते हैं. इधर दलाल लोकेश को एसीबी इस कोर्ट में पेश किया जहां से उसे दो दिन की रिमांड पर भेजा गया है.
1 बीघा के लाख रुपए लाओ और एनओसी पाओ
रिपोर्ट के अनुसार, रिश्वत कांड में अधिकारियों और मंत्री का नाम सामने आया है. इसके अलावा, यूडीएच विभाग में रिश्वत के क्या रेट हैं, इसा भी खुलासा हुआ है. दलाल और परिवादी की बातचीत में जमीन की एनओसी आचार संहिता से पहले जारी करने की बात सामने आई. साथ ही यह भी सामने आया कि यूडीएच विभाग में एक बीघा जमीन की एनओसी करवानी है तो 5 लाख रुपये रेट है. यानी 5 लाख रुपये लाओ और जमीन की एनओसी के जाओ. इसलिए परिवादी की 5 बीघा जमीन की एनओसी करवानी थी, तो परिवादी से 25 लाख रुपए की मांग की गई थी. आधा काम परिवादी ने खुद अपने स्तर पर करवा लिया था जिससे 12 लाख रुपए की मांग की.
यह हुआ था मामला
बता दें कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक (अतिरिक्त चार्ज) हेमंत प्रियदर्शी ने बताया था कि एसीबी की स्पेशल यूनिट द्वितीय, जयपुर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी भूमि के 90ए के तहत भू-रूपान्तरण के लिए एन.ओ.सी. जारी करवाने की एवज में शहरी विकास एवं आवास विभाग (यू.डी.एच.) के उच्च अधिकारियों अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं संयुक्त सचिव के नाम पर दलाल लोकेश जैन (प्राईवेट व्यक्ति) द्वारा 12 लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है.
इसपर एसीबी की स्पेशल यूनिट- द्वितीय, जयपुर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया. इसके बाद टीम के साथ ट्रेप कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इसमें ट्रेप कार्रवाई करते हुये दलाल लोकेश जैन पुत्र शांति लाल निवासी शोभगपुर उदयपुर को सौभागपुरा को परिवादी से 12 लाख रूपये (5 लाख रुपये भारतीय मुद्रा एवं 7 लाख रुपये डमी करेंसी) रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.
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