Bharatpur News: पूर्वी राजस्थान का कांग्रेस (Congress) का गढ़ ढहाने के लिए बीजेपी (BJP) अब जाटव/बैरवा वोटों को रिझाने की रणनीति बना रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) 25-26 फरवरी को भरतपुर का दौरा कर सकते हैं. इसे देखते हुए बीजेपी के पदाधिकारी दौरे की तैयारियों में जुट गए हैं. भरतपुर संभाग की प्रत्येक विधानसभा सीट पर करीब 15 से 50 हजार के बीच जाटव/बैरवा मतदाता हैं. इस संख्या को देखते हुए बीजेपी जाटव वोटों को बसपा (BSP) से अपनी ओर लाने की कोशिश कर रही है.
संत रविदास मंदिर में पूजा करेंगे अमित शाह
बीजेपी जिलाध्यक्ष ऋषि बंसल ने बताया है कि 25-26 फरवरी को गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्तावित भरतपुर दौरे में संत रविदास के मंदिर जाकर पूजा करने का भी कार्यक्रम रखा गया है.नगर निगम के पीछे संत रविदास के मंदिर का निरीक्षण किया है. वहां अमित शाह भरतपुर दौरे के दौरान पूजा अर्चना करेंगे. वो बीजेपी के जिला कार्यालय का उद्धघाटन भी करेंगे. अमित शाह भरतपुर संभाग के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को गुरु मंत्र देंगे.
गौरतलब है कि जाटव और बैरवा वोटों से ही बहुजन समाज पार्टी भरतपुर संभाग में मजबूत मानी जाती है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा को जिन छह सीटों पर विजय प्राप्त हुई थी, उनमें से तीन सीटें भरतपुर संभाग की नदबई ,नगर और करौली विधानसभा सीट है. लेकिन सरकार बनने पर बसपा के सभी 6 विधायक कांग्रेस में चले गए. इससे बसपा के मतदाता का मोह भंग हुआ है.
उत्तरप्रदेश की राजनीति का भी भरतपुर जिले पर असर रहता है. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जाटव और बैरवा जाति के वोटर का रुख बीजेपी की तरफ देखने को मिला है. उत्तर प्रदेश के चुनाव में बसपा का वोट 22 प्रतिशत से घटकर 12 प्रतिशत हो गया है. यही कारण माना जाता है कि भरतपुर के सीमावर्ती जिलों आगरा, मथुरा, हाथरस, अलीगढ़ में बीजेपी को विजय प्राप्त हुई है. बीजेपी यही रणनीति पूर्वी राजस्थान में अपनाना चाहती है. जिससे कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाकर उसे ढहाया जा सके.
बूथ समितियों के पदाधिकारियों को देंगे गुरु मंत्र
अमित शाह भरतपुर दौरे के दौरान संत रविदास के मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. उसके साथ ही संभाग के करीब 47 सौ बूथ समितियों के पदाधिकारियों को चुनाव जीतने का गुरु मंत्र देंगे. बताया गया है कि वो कॉलेज ग्राउंड में बूथ समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. बीजेपी बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को बैठक में लाने की तैयारी में जुट गई है. बूथ सम्मेलन में करीब 20 हजार कार्यकर्ताओं को बुलाने का लक्ष्य रखा गया है.
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