Rajsthan: मंत्री गजेंद्र सिह शेखावत ने CM अशोक गहलोत के खिलाफ दायर किया मानहानी का मुकदमा, जानें मामला
Rouse Avenue Court: कंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने केवल मेरा चरित्र हनन नहीं किया है. उन्होंने मेरी मां को भी आरोपी बताया है. इसी बात पर मैंने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
Delhi News: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat ) ने शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया. शेखावत शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे और अपना मामला पेश कर दिया.
जानिए क्या है मामला
दरअसल, फरवरी में अपने जोधपुर दौरे के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने सर्किट हाउस में संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े पीड़ितों से मुलाकात की थी, जो करोड़ों रुपये का निवेश करने के बाद दर-दर भटक रहे थे. इस दौरान पीड़ितों ने आरोप लगाया था कि इस स्कैम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री ने पीड़ित पक्ष की बातों को ध्यान में रखकर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया था. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कई आरोप भी लगाए थे.
'मेरी मां को भी बनाया आरोपी'
कंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने केवल मेरा चरित्र हनन नहीं किया है. उन्होंने मेरी मां को भी आरोपी बताया है. इसी बात पर मैंने उनके खिलाफ धारा 500 के तहत मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है. मुकदमा दायर करने पर केंद्रीय मंत्री से कई सवाल भी किये गये. सवालों को लेकर उन्होंने कहा कि मैं इसका स्वागत करता हूं. उन्होंने कहा कि सवाल होने से मामले में तेजी आएगी. इससे उन सभी लोगों को लाभ होगा, जिन्होंने इसमें पैसे लगाए थे.
केंद्रीय मंत्री ने किया था आरोपों का खंडन
हालांकि, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम के आरोपों का खंडन कर दिया था. उन्होंने कहा था कि यह केवल मेरा चरित्र हनन करके मुझे राजनीतिक रूप से कमजोर करने का षड्यंत्र है. जांच एजेंसी को टूल के रूप में इस्तेमाल करने का काम राजस्थान के मुख्यमंत्री कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि यह केवल एकमात्र प्रयास नहीं है, वह पहले भी ऐसे प्रयास करते रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वो जिस स्तर तक गए हैं, मैं उस स्तर पर नहीं जाना चाहता हूं.
कई राज्यों में काम करती है सोसायटी
केंद्रीय मंत्री ने बताया था कि संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान समेत कई अन्य राज्यों में कार्य करती है. सोयायटी का जब पंजीकरण हुआ था, उस समय राजस्थान और दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी. सोसायटी को मल्टी स्टेट कैटेगरी का दर्जा भी वर्ष 2013 में मिला, उस समय भी दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी. वर्ष 2018 में क्रेडिट को-आपरेटिव सोसाइटी के संचालक और उससे हुए घाटाले के मुख्य अभियुक्त कांग्रेस पार्टी के टिकट पर पचपदरा विधानसभा से चुनाव लड़ने की पूरी कोशिश कर रहे थे. बकायदा, लाखों रुपए खर्च कर अखबारों में फुल पेज के विज्ञापन दिए गए.
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