UPSC 2023 Result News: देशभर में मंगलवार (16 अप्रैल) को यूपीएससी परीक्षा परिणाम जारी हुआ. इसमें 73वीं रैंक हासिल कर राजस्थान के जोधपुर की बेटी कृष्णा जोशी ने प्रदेश का मान बढ़ाया. महज 22 साल की उम्र में फर्स्ट अटेम्प्ट में यूपीएससी की परीक्षा में कृष्ण जोशी को सफलता मिली है. बुधवार को जोधपुर अपने घर पहुंची कृष्णा जोशी का एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया. कृष्णा के घर में दादी, पिता, माता और बहन सहित सभी परिवार और रिश्तेदार खुशियां मना रहे हैं.
कृष्णा जोशी के पिता अनिल जोशी राजस्थान हाई कोर्ट में सरकार के एएजी हैं. उन्होंने कहा कि कृष्णा जोशी ने बचपन में ही ठान लिया था कि उसे प्रशासनिक सेवा में जाना है. जोधपुर में 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद वह दिल्ली चली गई थीं. पांच साल से वह वहीं पर हैं. वहीं उन्होंने ग्रेजुएशन किया और अब पहले अटेंम्प्ट में सफलता हासिल हो की. कृष्णा जोशी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में बताया कि बचपन में मुझसे पूछा जाता था कि आप क्या बनोगे तो मैं बताती थी कलेक्टर बनना चाहती हूं.
'बचपन का सपना पूरा हुआ'
कई बार मैं अपने नाम के साथ कलेक्टर लिख दिया करती थी, क्योंकि मुझे ऐसा लगता था कि किसी भी तरह का आदेश आता है, तो उसमें कलेक्टर का जिक्र होता है. कलेक्टर का पद बदलाव ला सकता है. बचपन से मेरी इच्छा थी वह मेरे भगवान श्रीनाथजी ने अब पूरी कर दी है. कृष्णा जोशी ने आगे बताया कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान वह दिल्ली में रही. घर परिवार से दूर रहकर जो बचपन में सपना देखा था, उसके लिए दिन रात एक वह पढ़ाई करती थीं.
'खुद से ईमानदारी करनी पड़ेगी'
उन्होंने बताया कि पढ़ाई के दौरान किसी भी तरह की गलती दोबारा न हो, किसी भी चीज को पढ़ो तो उसको पूरा कंप्लीट कर लो दोबारा उसके बारे में गलती नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अपने आप को इतना मजबूत रखो कि किसी भी परिस्थिति में आप कमजोर नहीं पड़ो. कृष्णा जोशी ने बताया कि सबसे पहले तो आपको सफल होने के लिए ईमानदार होना पड़ेगा, खुद से ईमानदारी करनी पड़ेगी. आपको समझ नहीं आ रहा है तो आप उसको स्वीकार करें और उसको पूरा करें.
'थोड़ी नर्वसनेस तो मुझ में भी थी'
कृष्णा जोशी ने बताया कि मैंने दिल्ली में तैयारी शुरू की थी. पहले ही अटेम्प्ट में मेरा यूपीएससी क्रैक हो गया. इंटरव्यू के दौरान कई तरह के सवाल होते हैं. हर किसी की तरह थोड़ी नर्वसनेस तो मुझ में भी थी, लेकिन मेरे पिता की कही हुई बात मुझे याद थी. वह कहते थे कि हमेशा आपको नैचुरल बन के ही रहना है, जिस तरह के आप हैं, वैसे ही आपको रहना है, वैसा ही मैंने इंटरव्यू में किया. इंटरव्यू के दौरान कई तरह के सवाल किए गए. एक सवाल के लिए मैंने सॉरी कहा, क्योंकि वह मैंने सही तरीके से सुना नहीं था.