Ankita Bhandari Murder Case: देश भर में जनभावनाओं को झकझोर देने वाले उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले (Uttarakhand Ankita Bhandari Murder Case) में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (National Human Rights Commission of India) भी एक्शन में है. आयोग ने राजस्थान के बूंदी से कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है. कांग्रेस नेता और मानवाधिकार कार्यकर्ता चर्मेश शर्मा ने 24 सितंबर को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करवायी थी. 30 सितंबर दिन शुक्रवार को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने आधिकारिक रूप से केस दर्ज कर लिया है.


उत्तराखंड का बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड 


शिकायत में आरोपियों के प्रभावशाली होने और उत्तराखंड की सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने का हवाला देते हुये अंकिता भंडारी को न्याय दिलवाने की गुहार लगाई गई है. शर्मा की ओर से दर्ज करवाई गयी शिकायत में मांग की गई है कि हत्यारों के विरुद्ध बिना दबाव के कड़ी से कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिये. शिकायत में सबूतों के साथ छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया गया है. अंकिता भंडारी हत्याकांड पर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में केस दर्ज होने के बाद  कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने कहा कि इस तरह का अपराध सभ्य समाज पर कलंक है.




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मानवाधिकार कार्यकर्ता ने लगाई इंसाफ की गुहार


उन्होंने कहा कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में कोई भी अपराधी जघन्य अपराध करने की सोच भी नहीं पाये. उन्होंने उम्मीद जतायी कि मानव अधिकार आयोग से मामले में दिवंगत अंकिता भंडारी के परिवार को न्याय मिलेगा और आरोपी बच नहीं पायेंगे. अंकिता भंडारी यमकेश्वर में बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित के रिसोर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी. रिसोर्ट संचालक पुलकित और साथियों पर देह व्यापार के लिए दबाव बनाने का आरोप है. वनतारा रिसॉर्ट में काम करने वाली अंकिता भंडारी की बीते दिनों चीला पावर हाउस नहर से लाश बरामद हुई थी. 
 


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