Rajasthan News: कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सभी के लिए वैक्सीनेशन करवाना सरकार की ओर से अनिवार्य कर दिया गया है, दूसरी तरफ कई लोग ऐसे हैं जो डर की वजह से टीकाकरण नहीं करनावा चाहते. राजस्थान के जालौर की कुछ ऐसी ही अजीब तस्वीरें सामने आई हैं. जहां सांचौर क्षेत्र के प्रतापपुरा में नाथ समुदाय के 10 घर हैं, यहां पर टीम वैक्सीनेशन के लिए पहुंची तो कुछ महिलाएं भागने लगीं.
टीम ने दो घंटे तक समझाया तब हुईं राजी
इसके बाद टीम के सदस्य एएनएम ने पीछा कर समझाने की कोशिश की. करीब 2 घंटे तक समझाने के बाद वह महिला टीकाकरण के लिए तैयार हुई. बता दें कि फिर टीम महिला के पड़ोसी के घर गई तो वहां एक महिला ने टीका लगाने की बात कहते ही धमकाने लगी. उसने कहा कि आप हमें मारने के लिए आए हो, मुझे टीका नहीं लगवाना है. अगर लगा दिया तो मैं देख लूंगी. काफी देर तक हाथ जोड़कर नर्सिंग कर्मी ने समझाया. इसके बाद चिकित्सा विभाग टीम के कार्मिक ने लगातार महिलाओं को समझाया और तब जाकर वैक्सीन लगा पाए. जिससे टीकाकरण अभियान सफल नजर आ रहा है.
टीकाकरण से डर का यह मामला सांचौर के प्रतापपुरा का है, जो तस्वीरें हैरान कर देने वाली है, जिसमें टीकाकरण के डर से टीम के पहुंचते ही महिलाओं का भाग जाना, रोना और कहीं महिलाओं का अपने आप को कमरे में बंद कर लेना आदि टीकाकरण के प्रति अन्य लोगों में भी खौफ पैदा करता है. लेकिन चिकित्सा विभाग टीम की ओर से बीसीएमओ डॉ. ओमप्रकाश सुथार के नेतृत्व में टीम ने प्रयास कर वैक्सीनेशन करवाने से डर रही महिलाओं का टीकाकरण किया. पहले ही टीम को देखकर कुछ महिलाएं भाग गई तो कुछ महिलाएं रोने लगीं वहां पर कुछ महिलाओं ने धमकी भी दी.
बीसीएमओ डॉ. ओमप्रकाश सुथार के नेतृत्व में घर-घर टीकाकरण किया जा रहा है. ऐसे में बीसीएमओ के नेतृत्व में प्रतापपुरा स्थित कुछ घरों में टीमें गई. झोपड़े में करीब 10 परिवार रहते थे. उन्हें वैक्सीन को लेकर कहा तो सबने मना कर दिया. काफी देर तक समझाने के बाद टीकाकरण किया गया. यहां 22 में से 18 लोगों का टीकाकरण किया गया.
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