(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Valentine’s Day Special: सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला की Love Story में भी आया था Twist, जब सिर्फ मैसेज और मेल पर होती थी बात
कांग्रेस नेता सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा अब्दुल्ला की लव स्टोरी काफी दिलचस्प रही है. यहां जानें दोनों की लव स्टोरी की कुछ बेहद खास बातें.
Sachin Pilot Love Story: वेलेंटाइन सप्ताह (Valentine Week) शुरू हो चुका है. 14 फरवरी को वैलेंटाइंस डे मनाया जाएगा. वैलेंटाइंस डे आने तक हर तरफ प्यार ही प्यार और प्यार के रंग देखने को मिलेंगे. आमतौर पर हर किसी के मन में सक्सेस फुल लव स्टोरी के बारे में जानने की उत्सुकता रहती है, अगर दो प्रेमी एक होने की ठान ले तो दुनिया की कोई ताकत उन्हें अलग नहीं कर सकती. कुछ ऐसी ही मिसाल पेश की है दो प्यार करने वालों ने. हम बात कर रहे हैं राजस्थान कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट और सारा पायलट की. इन्होंने प्रेम की मिसाल कायम की है. इन दोनों की लव स्टोरी में कई तरह की चुनौतियां भी सामने आई लेकिन दोनों ने हार नहीं मानी और अपने प्रेम को मुकाम तक पहुंचाया.
आप जानते होंगे कि कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट जो कि एक हिंदू परिवार से हैं वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी सारा अब्दुल्ला मुस्लिम हैं. अलग-अलग समुदाय के होने की वजह से दोनों ही परिवार के लोगों ने उनकी शादी का विरोध किया.
परिवार के विरोध के बाद भी दोनों ने की शादी
परिवार के विरोध के बाद भी दोनों 2004 शादी के बधंन में बंध गए. चुनौतियों का सामना करते हुए भी हंसते-हंसते एक दूसरे के साथ जीवन बिताने की राह पर निकल पड़े. मुश्किलों को हराकर अब प्रेमी जोड़ा प्रेम की मिसाल बन चुका है. सचिन पायलट की मुस्कान व व्यक्तित्व इतना खास है कि हर कोई देखकर आकर्षित हो जाता है.
जानें कब Love Story में आया था Twist?
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट दोनों अच्छे दोस्त हुआ करते थे. 1990 के दौरान घाटी में चल रहे तनाव को देखते हुए फारूक अब्दुल्ला ने अपनी बेटी सारा अब्दुल्ला को लंदन भेज दिया था. लंदन में ही सचिन पायलट और सारा की पहली मुलाकात हुई और दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे आसान नहीं था दोनों का आपस में मिलना. धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ती गई. एक वक्त ऐसा भी आया जब दोनों लंबे समय तक अलग-अलग रहे, लेकिन एक दूसरे से टेक्स्ट मैसेज व ईमेल के जरिए जुड़ाव बना रहा.
एक-दूसरे के धीरे-धीरे काफी करीब आ गए और चुनौती बढ़ती गई क्योंकि शादी को लेकर दोनों ही परिवार में रजामंदी नहीं थी जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अपनी राजनीति व धार्मिक प्रतिबंध के चलते इस शादी से खुश नहीं थे लेकिन सचिन पायलट व सारा अब्दुल्ला ने ठान लिया था और जब दो प्रेमी ठान लेते हैं एक दूसरे के साथ जीवन बिताने के लिए तो कोई उन्हें कैसे रोक सकता है.
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