Udaipur News: प्रदेश की जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सोमवार से महंगाई राहत कैम्प (Mahangai Rahat Camp) की शुरुआत हुई. कई जगह इसमें पंजीकरण कराकर लोगों को फायदा भी मिला, लेकिन उदयपुर के भिंडर क्षेत्र में अलग ही नजारा देखने को मिला. यहां राहत कैम्प में पहुंचीं वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत अधिकारियों पर भड़क गईं. उन्होंने वहां लगा नगर पालिका का लगा पोस्टर फाड़ दिया. विधायक ने गुस्से में अधिकारियों को कहा चाटा मारने तक की बात कह दी. उन्होंने नगर पालिका उपाध्यक्ष को हाथ पकड़कर धक्का दे दिया. इन सबका कारण यह बताया जा रहा है कि राहत कैम्प पर मशीनरी और अधिकारी उपस्थित नहीं थे.उनका कहना था कि लोगों की परेशानियां कोई नहीं सुन रहा था. इस घटना की वल्लभनगर के पूर्व विधायक और जनता सेना के सुप्रीमो रणधीरसिंह भिंडर ने निंदा की है. 


भिंडर में कहा लगा है महंगाई राहत कैम्प


विधायक प्रीति शक्तावत सुबह 9.30 बजे भिंडर के महात्मा गांधी स्कूल में राहत कैम्प पहुंचीं.वहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे. लेकिन अधिकारी और मशीनरी नहीं लगी थी.वह यहां उपस्थित अधिकारियों पर भड़की और फिर नगर पालिका पहुंचीं.वहां अधिकारी मिले तो गुस्सा फूट गया.वहां नगर पालिका का पोस्टर लगाए थे, इससे वो गुस्से में आ गईं और उसे फाड़ दिया.इस पर उन्होंने कहा कि कैम्प में राज्य सरकार की योजनाओं का पोस्टर क्यों नहीं है और सीएम की फोटो भी नहीं है.इसके बाद कहा टीम कहा है,कैम्प में कोई मशीनरी नहीं थी.लूट मचा रखी है नगर पालिका में.


उन्होंने एक अधिकारी को यहां तक कह दिया कि शर्म आनी चाहिए,थप्पड़ मारने का मन कर रहा है आप लोगों को.यहीं नहीं अधिकारियों को सस्पेंड करने की भी कहा.इसके बाद उन्होंने कैंप में महिलाओं के बीच में खड़ा होकर नगर पालिका उपाध्यक्ष मगनी राम रैगर को घेर लिया.विधायक ने रैगर का हाथ खिंचते हुए आगे तक धक्का दिया और कहा जवाब दो इन पीड़िताओं का.बाद में उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया.


विधायक के काम की निंदा


इस घटना के बाद वल्लभनगर के पूर्व विधायक और जनता सेना के सुप्रीमो रणधीरसिंह भिंडर ने कहा कि आज कैम्प के वीडियो देखे.इसमें विधायक नगरपालिका कैम्प में जाती हैं, पोस्टर फाड़ती हैं, अधिकारियों को धमकाती हैं, थप्पड़ मारने का कहती हैं और तो और उपाध्यक्ष का हाथ खिंचती हैं.यह बड़ा निंदनीय है. सरकार आपकी है, आप कहती हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेरी हर बात मानते हैं,तो फिर इस तरह का व्यवहार क्यों.यह सरकार का नहीं,कांग्रेस पार्टी का कैम्प लग रहा है.इसमे किसी जनप्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया.मेरा मानना है कि विधायक की प्रतिष्ठा को इतना नीचे नहीं गिराया जाना चाहिए.मैं इसकी निंदा करता हूँ.उन्होंने विधायक से इस घटना के लिए माफी की मांग की है. 


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