Kota Vande Bharat Express: कोटा के सर्वश्रेष्ठ ट्रैक में से एक कोटा मंडल के ट्रैक पर पिछले कई दिनों से वंदे भारत ट्रैक का ब्रेकिंग ट्रायल किया जा रहा है. कहीं सर्दी के अनुसार तो कहीं गीले ट्रैक को इसमें शामिल किया जा रहा है. इसके साथ ही स्पीड को भी मेंटेन किया जा रहा है. यहां 160 की स्पीड पर वंदे भारत को चलाया जा रहा है और उसके बेक्रिंग सिस्टम की जांच की जा रही है.


अब तक 130 बार किया जा चुका है ट्रायल 
मंडल के कोटा-सवाई माधोपुर सेक्शन में स्वतंत्र रूप से अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन, लखनऊ की टीम द्वारा 28 मई को केवल 160 किमी/घंटा की गति पर ब्रेकिंग ट्रायल किया. बीते सप्ताह वन्दे भारत रैक का कोटा यार्ड में आगमन हुआ, जिसके पश्चात कोटा-नागदा-कोटा सेक्शन में 23 मई से लगातार 26 मई तक आईसीएफ और आरडीएसओ की टीम संयुक्त रूप से 80 से 160 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार पर ब्रेकिंग ट्रायल कर रही है एवं ब्रेकिंग आंकड़ों को संरक्षित करने का कार्य किया जा रहा है, जिसमें 23 मई को 42 बार, 24 मई को 32 बार, 25 मई को 25 बार एवं 26 मई को 31 बार ब्रेकिंग ट्रायल किया गया अर्थात कुल 130 बार वन्दे भारत रैक का ब्रेकिंग परीक्षण हुआ. आरडीएसओ की टीम ने स्वतंत्र रूप से कार्यभार लेने के उपरांत 28 मई को गुड़ला-लबान के मध्य दोपहर 03:50 बजे से शाम 06:15 बजे तक केवल 160 किमी/घंटा की गति पर कुल 06 बार ब्रेकिंग ट्रायल किया.


लखनऊ और कोटा के अधिकारियों की निगरानी में हो रहा ट्रायल 
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि आज  अंतरिम रूप से कोटा-सवाई माधोपुर-कोटा सेक्शन में सूखे एवं गीले ट्रैक पर पुन: ब्रेकिंग ट्रायल किया जाएगा. यह ब्रेकिंग ट्रायल आरडीएसओ, लखनऊ के निर्देशक/टेस्टिंग निर्देशन एवं कोटा मंडल के सबंधित विभाग के अधिकारियों और पर्यवेक्षक के समन्वय से किया जा रहा है.


इसमें मंडल के इंजीनियरिंग, सी एंड डब्ल्यू, विधुत, सुरक्षा एवं परिचालन विभागों का विशेष भूमिका निभा रहा है. इस ट्रायल में कोटा के ट्रैफिक निरीक्षक अरविंद पाठक एवं लोको निरिक्षक पदम सिंह ने अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन, लखनऊ की टीम को-आर्डिनेट किया.


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