Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में दूसरे चरण में 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. इसमें दो सीटें ऐसी हैं, जिसपर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. इन दोनों सीटों जालोर और बारां-झालावाड़ सीट पर दो पूर्व सीएम के बेटे चुनावी मैदान में हैं. यहां दोनों दलों के बड़े नेताओं ने सभाएं और रैलियां भी की. बारां-झालावाड़ सीट से वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत के नामांकन के दिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचे थे.
वहीं वैभव गहलोत की सीट जालोर में पूर्व सीएम अशोक गहलोत घर-घर पर्चे तक बांट रहे हैं. जबकि वसुंधरा राजे विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार बारां-झालावाड़ सीट पर डटी हैं. राजे कहीं दूसरी जगह कोई प्रचार नहीं कर रही है. बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट को वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है, क्योंकि साल 1989 से लगातार यहां पर वसुंधरा राजे चुनाव जीत रही हैं.
बारां-झालावाड़ सीट पर BJP का कब्जा
जब वह विधानसभा चलीं गई, तब से बारां-झालावाड़ सीट से उनके बेटे दुष्यंत चुनाव जीत रहे हैं. राजे पिछले 20 सालों में किसी न किसी पद पर रहा करती थीं. मगर इस बार राजस्थान में बीजेपी की सरकार आई, लेकिन उन्हें कोई जगह नहीं दी गई. जिसका असर बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट के चुनाव पर दिख रहा है. राजे को बेहद रणनीति के साथ मेहनत करनी पड़ रही है.
जालोर को नया गढ़ बनाने में जुटे गहलोत
जोधपुर को अशोक गहलोत का गढ़ माना जाता है. जोधपुर लोकसभा सीट से पांच बार अशोक गहलोत सांसद रह चुके हैं. जोधपुर जिले की ही सरदारपुरा विधानसभा सीट से अशोक गहलोत लगातार छह बार से विधायक हैं. मगर अब अशोक गहलोत अपने बेटे के लिए जालोर-सिरोही को नया गढ़ बनाना चाहते हैं.
यहां पर उन्होंने पूरी ताकत लगा दी है. जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस कमजोर हुई है. इसलिए अब गहलोत अपने बेटे को जालोर से मैदान में उतार दिया है. उन्हें यहां पर ज्यादा असरदार लग रहा है. इसलिए गढ़ बनाने की बात कही जा रही है.