Rajasthan Politics: राजस्थान (Rajasthan) में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई हैं. सत्तारूढ़ कांग्रेस (Congress) के नेता सरकार के कामकाज को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं तो विपक्षी बीजेपी अपनी रैलियों में सरकार के कामकाज की खामियां गिना रही है. इस बीच राजस्थान बीजेपी की कद्दावर नेता वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने राजनीति में महिलाओं (Women in Politics) का मुद्दा छेड़ दिया है.
वसुंंधरा राजे ने लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा में महिलाओं को प्रतिनिधित्व का एक आंकड़ा पेश कर राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को लेकर सवाल किया है. राजे ने रविवार को एक ट्वीट किया, 'भले ही महिलाएं खुश हो लें कि आजादी के 75 सालों में महिलाएं अंतरिक्ष पर पहुंच गईं. फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं. ओलंपिक में पदक जीत रही हैं. राष्ट्रपति बनकर देश की बागडोर संभाल रही हैं. चंद्रयान-3 लैंडिंग की जिम्मेदारी ‘रॉकेट वुमन’ ऋतु करिधाल को सौंपी गई है . . . पर वास्तव में यह संख्या महिलाओं की आबादी का अंश मात्र है.'
समाज का संतुलन पुरुष और महिला पर टिका है- वसुंधरा
वसुंधरा राजे ने कहा, ''महिलाओं का प्रतिनिधित्व लोकसभा में 15, राज्यसभा में 14 और राजस्थान विधानसभा में साढ़े 13 प्रतिशत है, जो बेहद कम है. जबकि साइकिल के दोनों पहियों की तरह समाज का संतुलन पुरुष और महिला पर टिका है, जिनकी बराबर भागीदारी से ही देश विकसित होता है.'' बात अगर राजस्थान विधानसभा में महिला विधायकों की करें तो विधानसभा में 27 महिला विधायक हैं. जिनमें से बीजेपी की 10 और कांग्रेस की 15 विधायक हैं. इसके अलावा एक विधायक आरएलटीपी की और एक निर्दलीय चुनकर विधानसभा पहुंची हैं.
क्या इसलिए वसुंधरा ने किया ट्वीट
कितनी महिलाएं विधानसभा और लोकसभा पहुंचेंगे, यह इस बात पर निर्भर करता है कि पार्टी कितनी महिलाओं को टिकट देती है. वसुंधरा राजे ने चुनाव से ठीक पहले 'नारी शक्ति' का मुद्दा उठाया है. क्या वह विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी बीजेपी पर महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने की अपील करेंगी या महिलाओं के आरक्षण का मुद्दा उठाएंगी. वसुंधरा किस तरफ इशारा कर रही हैं, यह आने वाले वक्त में साफ होगा.
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