Veer Bal Diwas 2024: राजस्थान में वीर साहिबजादों के लिए सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा एलान, क्या कुछ कहा?
Veer Bal Diwas 2024: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बाबा जोरावर सिंह-बाबा फतेह सिंह ने धर्म की रक्षा और सत्य के लिए अल्प आयु में ही अपने प्राण न्यौछावर कर दिए.
Veer Bal Diwas 2024: राजस्थान में वीर साहिबजादों के लिए भजनलाल सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. वीर बाल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार साहिबजादों के नाम पर छात्रावास के लिए सिख समाज को जमीन का आवंटन करेगी. उन्होंने कहा कि सिख धर्म के दसवें गुरू गोविंद सिंह के साहिबजादों ने मातृ भूमि के लिए अपनी संस्कृति और विचारों के लिए दृढ़ता के साथ अपना जीवन बलिदान कर दिया था.
उन्होंने कहा कि बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने धर्म की रक्षा और सत्य के लिए अल्प आयु में ही अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. यह हम सब के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है.
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि अत्याचारी मुगल शासकों ने उन्हें झुकाने और उनका धर्म परिवर्तन करवाने के लिए अनेक अत्याचार किए लेकिन राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए साहिबजादो ने हंसते हुए मृत्यु को गले लगा लिया. इसलिए साहिबजादो की शहादत हमें बताती है कि धर्म के मार्ग पर चलने के लिए उम्र नहीं, दृढ संकल्प और साहस की आवश्यकता होती है.
देश की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा- भजनलाल शर्मा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बीजेपी का संकल्प है कि सिख धर्म के इन साहिबजादों के बलिदान को देश की युवा पीढ़ी को बताया जाए और देश के युवा वर्ग को इनके आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबजादों के शहादत को राष्ट्रीय बाल दिवस घोषित कर उनकी स्मृति को चिर स्थाई बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य किया है और प्रधानमंत्री मोदी का यह प्रयास हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है. हमें भी वीर साहिबजादों के आदर्शों को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए.
बीजेपी अध्यक्ष ने कही ये बातें
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि मुगलों ने इस्लाम धर्म कबूल करवाने के लिए साहिबजादों को यातनाएं दी थी. यह मासूम बच्चों पर दुख की पराकाष्ठा थी. मुगलों ने इन्हें यातनाएं देकर झुकने के लिए मजबूर किया, लेकिन उन्होंने सिर झुकाने की बजाय अपने प्राण न्यौछावर करना उचित समझा. ऐसे वीर बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह हम सभी के लिए प्रेरणा के स्त्रोत है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इनकी बहादुरी को महसूस किया और बाल दिवस मनाने की घोषणा की. इधर नेहरू के जन्म दिवस पर बाल दिवस मनाते थे, लेकिन पीएम ने साहिबजादों के शहादत पर बाल दिवस मनाने की घोषणा की है.
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