Kota News: तेज गर्मी के बाद खराब हुआ टमाटर बिपरजॉय (Bipperjoy)के तूफान बरसात और से जमीन पर आ गिरा. इस कारण टमाटर की फसल नष्ट हो गई. साथ ही प्रदेश में बाहर से आने वाले टमाटर की मात्रा भी कम होती चली गई. इस कारण लाल टमाटर ने तीखे तेवर दिखाना शुरू कर दिया. कोटा मे एक सप्ताह पहले तक 20 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर 120 रुपए किलो पर पहुंच गया है. कोटा फल सब्जी मंडी में टमाटर और अन्य सब्जियों की आवक कम होने से सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे है.


कोटा के होलसेल सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि तेज गर्मी और फिर बिपरजॉय तूफान और बारिश ने सब्जियों की फसलों को नुकसान पहुंचाया. इससे सब्जियों की आवक कम हो गई. पिछले एक सप्ताह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. गृहिणियों को महंगे दामों पर सब्जी की खरीदारी करनी पड़ रही है. फुटकर बाजार में सब्जियों की आवक कम है. खरीफ सीजन के कारण स्थानीय किसानों ने कुछ महीने पहले खेती बंद कर दी है. ऐसे में बाजार में सब्जियों की किल्लत हो गई है. फुटकर बाजार में 10 दिन पहले 5 रुपये किलो टमाटर बिक रहा था.


 गर्मी और बरसात ने बिगाड़ा गणित
वहीं अब टमाटर 120, धनिया 200, हरी मिर्च 80, फूलगोभी 80, पत्ता गोभी 60, मेथी 80, पालक 40 और टिंडा 70 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. सभी सब्जियों के दाम पहुंच से बाहर होने के कारण गृहिणियां का रसोई का गणित बिगड़ गया है. एक होलसेल सब्जी विक्रेता ने बताया कि कोटा शहर सहित प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. इसके चलते क्षेत्र में कभी गर्मी पड़ रही है, तो कभी बरसात हो रही है.


दोनों ही सब्जियों के लिए नुकसानदायक है. पहले मंडी में स्थानीय टमाटर आ रहे थे. इस कारण टमाटर सस्ते मिल रहे थे, लेकिन बरसात और गर्मी के चलते स्थानीय टमाटर की फसल खराब हो गई. इसके चलते स्थानीय टमाटर मंडी से गायब हो गए. अब बाहर से आने वाले माल की कीमत ऊंची चल रही है.
 
टमाटर मंहगा होने का है ये कारण
वहीं खुदरा सब्जी विक्रेता चेतन ने बताया कि अभी शहर में ज्यादातर सब्जियां बाहर से आ रही हैं. बाहर से आने के चलते मंडी में आने तक टमाटर पर 50 से 60 रुपये प्रति किलो का खर्चा आ रहा है. रिटेल मंडी में सब खर्चा और मुनाफा निकालने के बाद टमाटर 100 से 120 किलों बिक रहे हैं. इसके अलावा अन्य सब्जियां भी महंगी है. कद्दू, भिंडी और पालक 40 रुपये किलो बिक रहा है. इसके अलावा सभी सब्जियां 60 से 80 रुपये किलों के बीच चल रही है. पिछले एक सप्ताह से सब्जियों के दाम बढ़ने से कोटा में रह रहे करीब ढाई लाख बच्चों को भी स्वाद कम लगने लगा है.


वहीं आमजन का जायका भी फीका हो गया है. टमाटर अमूमन अधिकांश सब्जियों में डाला जाता है, लेकिन अब कोचिंग स्टूडेंटों के लिए संचालित मैस वालों ने भी सब्जी और दाल में टमाटर डालना बंद कर दिया वहीं होटल में सलाद से भी टमाटर गायब हो गया है. 
 
सब्जियों के भाव(प्रति किग्रा.)
टमाटर- 120
धनिया -200
अदरक- 180
शिमला मिर्च- 80
हरी मिर्च- 60
पत्ता गोभी- 80
फूल गोभी- 80
बैंगन- 60
ग्वार- 60
कद्दू- 40
भिंडी- 60


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