Vibrant Gujarat Summit 2024: वाइब्रेंट गुजरात समिट में राजस्थान की भी भागीदारी, बनेगा निवेश का बड़ा प्रदेश, उद्योग मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने कही ये बात
Vibrant Gujarat 2024: राजस्थान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ और ऊर्जा हीरालाल नागर ने गुजरात में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 में भाग लिया.
Vibrant Gujarat 2024: राजस्थान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ (Rajyavardhan Singh Rathore) और ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने विभिन्न सेक्टर की प्रमुख कम्पनियों के चेयरमैन, प्रबंधकों और सीईओ से राजस्थान में निवेश की सम्भावनाओं पर चर्चा की. राजस्थान में निवेश के नए आयाम स्थापित करने के लिए उद्योग मंत्री राठौड़ और ऊर्जा मंत्री नागर ने इन कम्पनियों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की.
दरअसल, गुजरात के गांधी नगर में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 (Vibrant Gujarat Global Summit-2024) के दूसरे दिन दोनों मंत्रियों ने हिस्सा लिया. समिट में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन्वेस्टर फ्रेंडली नीतियों और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के माध्यम से प्रदेश में उद्यमियों को निवेश के अनुकूल वातावरण और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के सामने गुजरात का उदाहरण है कि कैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बहुआयामी विजनरी लीडरशिप ने एक प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया.
बड़ी कंपनियों से हुई बातचीत
उन्होंने कहा कि दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ लिए गए उनके (पीएम) मजबूत फैसलों ने उस प्रदेश को देश के कुल निर्यात में एक-तिहाई भागीदारी वाला राज्य बना दिया. दोनों मंत्रियों ने माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक और सेमीकंडक्टर, ऑयल रिफाइनरी, पेट्रोलियम, विनिर्माण और बिक्री सेक्टर, वेस्ट मैनेजमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर, रियलटी और प्लांट बेस्ड स्पेशिलिटी प्रॉडक्ट से सम्बद्धित आदि बड़ी कंपनियों के साथ बातचीत कर उनकी निवेश योजनाओं को जाना. उन्होंने कहा कि इन मुलाकातों का एक ही मकसद है कि राजस्थान को ग्लोबल कंपनियों के सर्वाधिक पसंदीदा निवेश स्थल के रूप में विकसित किया जाए, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके.
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ एवं ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने सोलर ऊर्जा और हाइड्रो पावर की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उसके बारे में भी जानकारी ली. प्रदर्शनी में दर्शाया गया कि जल को निर्धारित ऊंचाई पर लिफ्ट करके प्रेशर के माध्यम से 10 से 12 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा सकता है, जिसकी राजस्थान में पर्याप्त संभावनाएं है.