Vice President Election Jagdeep Dhankhar Profile: भारत के नए उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए शनिवार को मतदान हुआ है और इस चुनाव का नतीजा आ गया है. इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ और विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के मैदान में थीं. उपराष्ट्रपति पद के परिणाम में जगदीप धनखड़ की जीत हुई है. उपराष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 528 वोट मिले और मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले. 


इससे पहले जगदीप धनखड़ के पैतृक गांव झुंझुनू के किठाना में लोगों में खास उत्साह दिखा. परिणाम की घोषणा का समय नजदीक आया  वैसे ही उपराष्ट्रपति धनखड़ के पैतृक गांव किठाना में सभी का उत्साह बढ़ा. झुंझुनू के किठाना गांव के जोहड़ी वाले मंदिर में काफी संख्या में ग्रामीणों ने होम का आयोजन किया और यज्ञ में आहुतियां देकर जगदीप धनखड़ की जीत की कामना की है.




ऐसा रहा जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर


राजस्थान के झुन्झुनू से ताल्लुक रखने वाले जगदीप धनखड़ केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. धनखड़ झुन्झुनू से 1989 से 91 तक जनता दल से सांसद रहे. इसके बाद वह कांग्रेस में चले गए. उन्होंने किशनगंज और अजमेर से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2003 में धनखड़ बीजेपी में शामिल हो गए. धनखड़ सिर्फ नेता ही नहीं, बल्कि जाने-माने वकील भी हैं. वह सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.




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गांव में ही की शुरूआती पढ़ाई


पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ की शुरूआती शिक्षा पैतृक गांव किठाणा में ही सरकारी स्कूल में हुई थी. पांचवीं के बाद धनखड़ की शिक्षा घरढांणा के सरकारी स्कूल में हुई. वह गांव के अन्य बच्चों के साथ पैदल ही घरढांणा जाते थे. आगे की पढ़ाई उन्होंने चितौड़गढ़ के सैनिक स्कूल से पूरी की. उच्च शिक्षा के लिए वह राजस्थान यूनिवर्सिटी गए. 30 जुलाई 2019 में उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल की शपथ ली थी.


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