Vikram Samvat 2024: उदयपुर में हिंदू नव वर्ष की सभा में कन्हैयालाल हत्याकांड की गूंज, महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी ने किया ये दावा
Udaipur Vikram Samvat 2024: विक्रम संवत के मौके उदयपुर में शोभा यात्रा निकाली गई. इस मौके पर महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी ने राम मंदिर को लेकर कहा कि भगवान राम के लिए हम सबको 500 साल इंतजार करना पड़ा.
Vikram Samvat 2024 News: राजस्थान के उदयपुर में धर्मोत्सव समिति की तरफ से विक्रम संवत नव वर्ष पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान दोपहर से शहर के अलग-अलग हिस्सों से शोभायात्रा निकाली गई और इसके बाद सभी शहर के गांधी ग्राउंड पहुंचे. इस सभा में महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी भी शामिल हुए.
इनके अलावा मेवाड़ के कई संत और साधु भी मंच पर उपस्थित थे. इस सभा को उत्तम स्वामी ने संबोधित कर सनातन धर्म से जुड़ी कई बातें बताई. इसके अलावा कन्हैयालाल हत्याकांड मामला एक बार फिर गूंजा. उत्तम स्वामी ने कहा कि कन्हैयालाल को अब तक न्याय नहीं मिला है. इसके पीछे वजह भी बताई.
महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी ने संबोधन की शुरूआत मेवाड़ के शैर्य और वीरता के बारे में बताते हुए की. उन्होंने कहा कि अन्य धर्मों के लोगों द्वारा लगातार प्रहार करते हुए हमारे सनातन धर्म को संकुचित करने का कार्य हमारी सूक्त सुसुप्ति के कारण किया गया है.
धर्म को विशेष को लेकर की गई टिप्पणी
उत्तम स्वामी ने धर्म विशेष का नाम लेते हुए कहा कि आज से 1200 साल पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीनगर में कोई नहीं जानता था कि वो धर्म भी है. उन्होंने दावा किया कि 1200 साल पहले एक भी धर्म विशेष का धार्मिक स्थल नहीं दिखता है. 700 से 800 साल के अंदर उन्होंने आकर आपसे पाकिस्तान छीन लिया, बांग्लादेश बना दिया. श्रीनगर के 5 लाख लोग परिवार के साथ जम्मू में शरणार्थी बनकर घूम रहे हैं.
कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए उत्तम स्वामी ने कहा कि आपके क्षेत्र में कन्हैया को किसी भी प्रकार से न्याय प्राप्त नहीं हुआ है. उसका कारण कहीं ना कहीं हम सुसुप्ति अवस्था में हैं. उन्होंने आगे कहा कि कन्हैयालाल का समर्थन करने वाले किशन को भी धमकी दी जा रही है.
भगवान राम के 500 करना पड़ा इंतजार
उत्तम स्वामी ने कहा कि महाराणा की संतान हैं फिर भी कन्हैयालाल जैसी घटना हो जाने के बाद भी कोई प्रतिकार नहीं करना कहीं ना कहीं कमजोरी है. राम मंदिर की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "भगवान राम के लिए आपको 500 साल इंतजार करना पड़ा, भगवान कृष्ण अब भी उनके कब्जे में हैं. उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर बड़ा दावा किया."
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