Rajasthan Election 2023: राजस्थान में चुनावी डंका बज चुका है, 25 नवंबर को मतदान होना है. विधानसभा के चुनाव को लेकर सभी लोगों की निगाहें टिकट पर टिकी हुई है कि कौन किस पार्टी से टिकट लेकर चुनावी मैदान में कूद रहा है. भारतीय जनता पार्टी ने डीग और भरतपुर जिले में एक - एक प्रत्याशी घोषित कर  दिया है तो वहीं बहुजन समाज पार्टी ने भी भरतपुर और डीग जिले में 2 - 2 प्रत्याशियों  के नाम घोषित कर दी है. कांग्रेस पार्टी ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं और किसी को भी अभी टिकट नहीं दिया है. 

राजस्थान का पूर्वी द्वार कहे जाने वाले भरतपुर जिले के कद्दावर नेता विश्वेन्द्र सिंह ने आज से चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है.  पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह जो राजस्थान की कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री है उनका कहना है कि इस बार चुनाव लड़ने का मेरे मन में नहीं था लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको चुनाव लड़ना पड़ेगा. यह चुनाव मेरा नहीं बल्कि जनता और विकास का चुनाव है . जो वित्तीय स्वीकृति हमने जारी की है उनको पूरा करना है.

हर बार की तरह विश्वेंद्र सिंह आज कुम्हेर के सिनसिनी गांव में पहुंचे और सिनसिना बाबा की पूजा-अर्चना कर अपने चुनाव के प्रचार का श्री गणेश किया है. आज विश्वेन्द्र सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में दौरे पर थे और गांव-गांव जाकर लोगों से मिल रहे हैं. जब विश्वेंद्र सिंह का स्वागत सम्मान किया जा रहा था. स्वागत सम्मान के दौरान एक भाजपा का कार्यकर्ता  भी वहां पहुंचा और विश्वेन्द्र सिंह का स्वागत किया.

 

गौरतलब है कि भरतपुर जिला जाट बाहुल्य माना जाता है. रियासत काल की बात करें तो भरतपुर एक मात्र रियासत थी जिसके राजा जाट थे. जाट समुदाय ही नहीं भरतपुर की 36 कौम में पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह की आज भी वही इज्जत और सम्मान होता है जो रियासत काल में होता था. 

विश्वेन्द्र सिंह द्वारा भरतपुर से डीग को नया जिला बनवाया गया है जो विधानसभा चुनाव में विश्वेंद्र सिंह के लिए काफी फायदेमंद होगा क्योंकि यहां के लोग नया जिला बनाने की मांग काफी लंबे समय से मांग कर रहे थे. अब मुख्यमंत्री द्वारा राजस्थान में 19 नए जिले बनाए गए हैं उनमें डीग जिला भी बना है.  विश्वेंद्र सिंह भरतपुर जिला प्रमुख, सांसद और विधायक पदों पर आसीन रह चुके हैं.