Water Taxi: उदयपुर में अब चलेगी वाटर टैक्सी, पर्यटन के लिए मास्टर प्लान बनाने हुआ फैसला
उदयपुर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई सुविधा शुरू करने की तैयारी की जा रही है.पर्यटन सीजन के समय पुरानी गलियों में पर्यटकों को घंटों ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है.
Water Taxi Facility in Udaipur: उदयपुर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई सुविधा शुरू करने की तैयारी की जा रही है. पर्यटक अब उदयपुर में वाटर टैक्सी का लुत्फ उठा पाएंगे. उदयपुर पर्यटन विकास समिति ने पर्यटकों को सौगात देने का फैसला कर लिया है. आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध झीलों की नगरी में लाखों पर्यटक पुरानी गलियों और महलों को देखना पसंद करते हैं. पर्यटन सीजन के समय पुरानी गलियों में पर्यटकों को घंटों ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए ट्रैफिक विभाग ने शनिवार और रविवार को नो व्हीकल जोन घोषित कर रखा है.
टूरिज्म के लिए मास्टर बनाने का लिया गया निर्णय
उदयपुर में पुराने शहर के हर हिस्से से झील एरिया आता है. दूध तलाई, गुलाब बाग, जंगल सफारी, करणी माता मंदिर जाकर जगदीश मंदिर, चांदपोल, गणगौर घाट की तरफ आनेवाले को गलियों के रास्ते आना पड़ता है. वाटर टैक्सी चलने से पानी के रास्ते ही इन स्थानों पर जाया जा सकेगा. उदयपुर पर्यटन विकास समिति ने टूरिज्म के लिए मास्टर प्लान बनाने का भी फैसला किया है. पुराने शहर में हो रही ट्रैफिक की समस्या का समाधान हो सकेगा.
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वाटर टैक्सी चलाने का फैसला भी किया गया फैसला
हेरिटेज को सहेजने, यातायात को सुधारने, घाट बावड़ियों को संवारने जैसे सभी प्लान पर्यटन के अनुसार ही तैयार होंगे. पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि बैठक में वाटर टैक्सी चलाने का प्रस्ताव लिया गया. प्रस्ताव को झील संरक्षण समिति के सामने रखा जाएगा. छोटे हैंडीक्राफ्ट व्यवसायियों के लिए साल भर सरकारी एग्जीबिशन कम सेल लगाने का निर्णय भी लिया गया. इसका उद्देश्य हैंडीक्राफ्ट बेस पर्यटन बढ़ाना है. इस कवायद से स्थानीय हैंडीक्राफ्ट व्यवसायियों को जगह मिलने के साथ स्थानीय उत्पादों का प्रचार प्रसार होगा.