Phalodi Betting Market: राजस्थान के जोधपुर डिवीजन का फलोदी सट्टा बाजार काफी फेमस है, जिसे सट्टेबाजों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है. यह सुनकर आप चौंक गए होंगे. जोधपुर से 140 किलोमीटर दूर स्थित फलोदी जिले का सट्टा बाजार देश दुनिया में प्रसिद्ध है.


यहां की खास बात यह है कि इस फलोदी कस्बे के लोग छोटी से छोटी बात पर सट्टा लगा लेते हैं. शेयर बाजार या दुनिया में कहीं पर भी चुनाव हो उस दौरान फलोदी सट्टा बाजार का जिक्र जरूर होता है. क्योंकि यहां के सटोरियों का आकलन एकदम सटीक बैठता है. कई बार अपवाद स्वरूप यहां सट्टा बाजार के बताए हुए समीकरण भी बदल जाते हैं. आमतौर पर फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी सच साबित होती है.


कैसे हुई फलोदी सट्टा बाजार की शुरुआत


फलोदी सट्टा बाजार में सट्टे का व्यापार करने वाले दयाल जी सटोरियों का कहना है कि फलोदी में गांधी चौक नाम की जगह है, जहां पर फ्रूट मंडी हुआ करती थी. सभी व्यापारी यहां पर व्यापार करते थे. इसके साथ ही खाली समय में हार जीत, बारिश, फसल, मवेशियों के बच्चे होने के नाम पर सट्टा लगाया जाता था.


फिर धीरे-धीरे सट्टा व्यापारी हर क्षेत्र में अपनी भविष्यवाणी करने लगे. फलोदी सट्टेबाजों की नगरी में रहने वाले कई लोग ऐसे हैं जो देश और विदेश में हैं. आपसी तालमेल और आपसी बातचीत के जरिए ये हर तरह की भविष्यवाणी करने में सक्षम हैं. सही मायने में देखा जाए तो इन सटोरियों का नेटवर्क काफी मजबूत है.


समय के साथ हो गया हाईटेक 


फलोदी सट्टा बाजार का सबसे बड़ा नियम यह है "बेईमानी के धंधे में ईमानदारी जरूरी है" जो बोल दिया उसी का पैसा है. यहां के सटोरियों का कहना है कि (थूक के पैसे) हैं. बोलने के बाद मुकरना नहीं है. धीरे-धीरे समय बदला पर्ची का सिस्टम शुरू हुआ. धीरे-धीरे फलोदी सट्टा बाजार भी कई अलग-अलग क्षेत्र में भविष्यवाणी करने लगा. कई लोगों को सट्टा खेलने की भी आदत लग गई. लेकिन अब जैसे-जैसे जमाना बदल रहा है. वैसे-वैसे फलोदी सट्टा बाजार भी हाईटेक होता जा रहा है. हाईटेक यानी मोबाइल पर एप्लीकेशन के जरिए कहीं पर भी बैठकर आप अपना सट्टा लगा सकते हैं.


फलोदी सट्टा बाजार के सटोरिए लोकेश ने बताया कि हमारे फलोदी में रहने वाले लोग देश के कोने कोने में मौजूद हैं. साथ ही विदेशों में भी मौजूद हैं. वे सभी लोग फलोदी सट्टा बाजार से जुड़े हुए हैं. एक दूसरे से बात करके या अन्य अलग-अलग एप्लीकेशन को देखकर भविष्यवाणी की जाती है.


देश दुनिया की नजर फलोदी सट्टा मार्केट पर


जैसे मानो अभी देशभर में लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं. देश के कोने-कोने में मौजूद फलोदी के लोग एक दूसरे से संपर्क में रहते हैं. वहां के हालात?  माहौल? के बारे में बताते रहते हैं. अन्य सटोरियों के द्वारा चलाई जा रही मोबाइल एप को देखते रहते हैं. घंटों दिमागी कसरत के बाद नतीजे की भविष्यवाणी की जाती है.


देश की केंद्र और राज्य सरकार के लिए सटोरिये बड़ी चुनौती बने हुए हैं. क्रिकेट मैच मंडी शेयर बाजार चुनावी माहौल पर भविष्यवाणी के जरिए हजारों करोड़ रुपये का प्रतिदिन लेनदेन होता है. पुलिस या अन्य कोई एजेंसी इन पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं कर रही है. हालांकि सट्टा बाजार गैरकानूनी है.


पुलिस के द्वारा नाम मात्र की कार्रवाई कर इतिश्री कर ली जाती है. जबकि हजारों करोड़ रुपये का लेनदेन इस सट्टा बाजार में प्रतिदिन होता है. मोबाइल ऐप के जरिए करोड़ों रुपए का सट्टा खेला जा सकता है. इसके लिए बकायदा कई सारे ऐप भी मौजूद हैं. इस ऐप के जरिए होने वाले व्यापार की बात करें तो प्रतिदिन 1000 से 5000 करोड रुपये का व्यापार किया जाता है. सात तौर से कहा जाए तो यह काला धन है.


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