Rajasthan News: राजस्थान में लोकसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बुधवार (24 अप्रैल) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुस्लिम नेता उस्मान गनी (Usman Ghani) को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया. बीजेपी ने उस्मान गनी पर आरोप लगाया कि उन्होंने पार्टी का अनुशासन भंग किया है. अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत (Onkar Singh Lakhawat) ने आदेश जारी करते हुए इसकी पुष्टि की है.
बता दें उस्मान गनी साल 2005 से ही बीजेपी के साथ जुड़े रहे हैं और पार्टी में आने से पहले भी एबीवीपी के कार्यकर्ता रहे हैं. फिलहाल मौजूदा समय में उस्मान गनी बीकानेर शहर से बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष हैं, लेकिन इससे पहले वह उपाध्यक्ष सहित कई पदों पर रहे हैं. फिलहाल बीजेपी ने अब उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया है.
'विचारधारा पर कोई असर नहीं पड़ेगा'
दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुस्लिम समुदाय को लेकर दिए गए भाषण के बाद उस्मान गनी ने एक इंटरव्यू में इस पर असहमति जताते हुए टिपप्णी की थी. इसके बाद उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. जानकारी के अनुसार इस पूरे मामले पर उस्मान गनी का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा. पार्टी में रहकर अपना वर्जन रखना सभी का अधिकार है.
प्रधानमंत्री ने एक विशेष समुदाय को लेकर जो कुछ भी कहा मैं उससे सहमत नहीं हूं, क्योंकि धरातल पर हमें काम करना पड़ता है और लोगों को जवाब भी देना पड़ता है. उस्मान गनी ने आगे कहा कि वह पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं और हमेशा रहेंगे. निष्कासन से उनकी बीजेपी समर्पित विचारधारा पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उस्मान गनी हाल में पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष थे. और उससे पहले वह उपाध्यक्ष सहित कई पदों पर रहे हैं.