कौन होगा राजस्थान में बीजेपी अध्यक्ष? लिस्ट में सबसे आगे हैं ये नाम, जाति पर खास फोकस
Rajasthan BJP President: राजस्थान में बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए चर्चा तेज है. पार्टी इस जाति पर दांव लगा सकती है. विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी एक बेहतर माहौल देना चाहती है.
Rajasthan Politics: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के बाद अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चा तेज हो गई है. इस बार यहां पर मूल ओबीसी की किसी जाति पर पार्टी दांव लगा सकती है. चूंकि, इधर चार साल तक कोई बड़ा चुनाव नहीं है.
लेकिन, विधानसभा चुनाव से पहले यहां पर बीजेपी एक बेहतर माहौल देना चाहती है. पार्टी उन नेताओं के नाम पर मंथन कर रही है जो यहां की राजनीति में फिट बैठ रहे या एक मजबूत सन्देश दे पा रहे हो. बीजेपी मूल ओबीसी को आगे बढ़ाना चाह रही है.
चूंकि, ऐसी जातियों को वरीयता दिए जाने की तैयारी है जो न तो मंत्री हैं और न ही सांसद और विधायक. एक महिला नेत्री पर चर्चा है. ऐसे में सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा सांसद मदन राठौर, पूर्व विधायक अलका गुर्जर, राजस्थान सरकार में मंत्री अविनाश गहलोत और प्रदेश मंत्री अजीत मांडण का नाम लिस्ट में सबसे आगे चल रहा है. ये वो चेहरे हैं जो यहां की राजनीति और संगठन में वर्षों से सक्रिय है.
मदन राठौर और अविनाश गहलोत क्यों ?
राजस्थान में मदन राठौर अभी राज्यसभा सदस्य हैं. पहले विधायक भी रह चुके हैं. राजस्थान में बीजेपी अध्यक्ष के लिए इनका नाम चर्चा में है. क्योंकि, ये तेली-घांची जाति से आते हैं. पाली जिले में बीजेपी बेहद मजबूत स्थिति में है. मदन राठौर को लेकिन अभी कुछ दिन पहले ही राज्यसभा का सदस्य बनाया गया है. इसलिए अब उनके नाम पर चर्चा भी और एक राय भी नहीं बन पा रही है. राजस्थान से इस जाति के किसी नेता को न तो मंत्री बनाया गया और नहीं केंद्र में है. वहीं अविनाश गहलोत भी पाली से माली समाज से आते हैं. हालांकि बीजेपी ने माली समाज को कई पदों पर जगह दी है.
अलका गुर्जर और अजीत मांडन पर मंथन ?
अलका गुर्जर पूर्व विधायक और राष्ट्रीय सचिव और बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं. दिल्ली की सहप्रभारी भी हैं. बीजेपी का इस बार पूर्वी राजस्थान में गुर्जरों ने साथ इसीलिए छोड़ दिया कि गुर्जरों को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिली. उन्हें कोई पद नहीं दिया गया. इसलिए महिला के साथ ही साथ गुर्जरों पर भी बीजेपी अपना दांव अलका गुर्जर के जरिये चलना चाह रही है.
वहीं पिछले 24 सालों से बीजेपी और आरएसएस में सक्रिय अजीत मांडण को भी बीजेपी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. अभी वो पार्टी में प्रदेश मंत्री हैं. अजीत मांडण सुथार जाति से आते हैं. सुथार मूल ओबीसी में हैं. इनकी जाति का न तो कोई विधायक हैं और न ही कोई सांसद हैं. इसलिए संगठन में सुथार जाति से आने वाले अजीत के नाम पर भी मंथन चल रहा है.
इसे भी पढ़ें: राजस्थान से इन पांच नेताओं को क्यों मोदी कैबिनेट में मिली जगह, जानें इसके पीछे का सियासी समीकरण