Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेवाड़ के एक के।बाद एक ताबड़तोड़ दौरे करते जा रहे हैं. क्योंकि कांग्रेस चाहती है कि मेवाड़ में लीड हासिल कर भाजपा को पछाड़े. इसलिए हर मुख्य विधानसभा पर सीएम गहलोत खुद फोकस बनाए हुए हैं. मुख्य सीट उदयपुर शहर विधानसभा के लिए सीएम गहलोत ने एक पासा फैंका है. उन्हें पुराना उदयपुर शहर (ओल्ड सिटी या वाल सिटी) याद आ गया है जहां उन्होंने आगामी दिनों में सभा करने की बात कहीं है. ओल्ड सिटी, शहर का, दिल और दिमाग दोनों ही है. कह सकते हैं कि हर तरह से उदयपुर की जड़े वहीं बसी हुई है.
बता दे कि कांग्रेस उदयपुर शहर सीट पर अपना राज लाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है. इसके पीछे कारण है यहां के दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया असम के राज्यपाल बन गए. अब भाजपा के पास कोई बड़ा चेहरा यहां नहीं है. ऐसे में इस मौके का फायदा कांग्रेस उठाना चाहती है.
1 लाख लोगों को टारगेट, साथ ही निशान पूरे शहर पर
उदयपुर शहर की बात करे तो पर्यटन की दृष्टि से सब कुछ यहीं है. झीलें, होटल, पुरानी गालियां, त्यौहार. इसी कारण पर्यटक यहीं आते हैं. इसके अलावा राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहा है. यह इसलिए कि उदयपुर संभाग के बाजार लगभग यहीं से जुड़ा हुआ है. कई लोग खरीदारी करने यहीं आते हैं तो कई व्यापारी भी यहीं से जुड़े हुए हैं. चर्चाएं है कि यहां के 1 लाख लोगों को लुभाने के साथ यहां आने वाले लोगों को भी टारगेट करेंगे.
पूर्व सीएम सुखाड़िया भी यहीं करते थे जन सभा
उदयपुर के मोहनलाल सुखड़िया जो 17 साल तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे. चर्चाएं है की पूर्व सीएम सुखाड़िया भी उदयपुर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते थे तो वह सबसे ज्यादा सभाएं ओल्ड सिटी में ही करते थे यानी धानमंडी और मुखर्जी चौक में. यहीं नहीं 1998 में आखरी बार यहां कांग्रेस ने जीत हासिल ली थी तब त्रिलोक पूर्बिया कांग्रेस से विधायक बने थे. उन्होंने भी ओल्ड सिटी में सभा कक थी. ऐसे में अब सीएम गहलोत यहां सभा करने जा रहे हैं.