Ajmer Dowry Case: शिक्षित समाज में आज भी दहेज के लिए प्रताड़ना और बेटे-बेटी के बीच फर्क जारी है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के अजमेर में सामने आया है. यहां एक विवाहिता ने आरोप लगाया कि पति व ससुराल के लोग दस लाख रुपए की डिमांड कर प्रताड़ित कर रहे हैं.
पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे प्रेगनेंट होने पर जबरन अबॉर्शन कराने के लिए कहा गया. जब इसमें वे नाकाम रहे तो घर से निकाल दिया. पीहर में बेटी का जन्म हुआ तो अब जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं. मसूदा थाना पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट के आधार पर पति समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
6 साल पहले हुई थी शादी
अजमेर में मसूदा थाना क्षेत्र के नयागांव सतावड़िया निवासी 27 वर्षीय विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी 2016 में भागचंद से हुई थी. शादी के समय परिवार ने अपनी हैसियत के अनुसार दहेज में जेवरात और अन्य सामान दिया था. शादी कर ससुराल जाने पर पति भागचंद, ससुर सांवरलाल, सास सूरता, जेठ जसराज, जेठानी निरमा, ननद निरमा दहेज के लिए ताने और गाली-गलौच करने लगे.
10 लाख रुपये की डिमांड की
पीड़िता ने ये भी आरोप लगाया कि मुझे दस लाख रुपए की मांग करते हुए प्रताड़ित किया गया. डिमांड पूरी नहीं करने पर आरोपियों ने कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा. कुछ समय बाद गर्भवती हुई तो अबॉर्शन कराने का प्रयास किया. मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया. पीहर में बेटी का जन्म हुआ तो अब जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं.
पति सहित 6 के खिलाफ केस दर्ज
वहीं विवाहिता की रिपोर्ट पर मसूदा थाना पुलिस ने भिनाय निवासी पति भागचंद, ससुर सांवरलाल, सास सूरता, जेठ जसराज, जेठानी निरमा, ननद निरमा के खिलाफ दहेज प्रताड़ना के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. मामले की जांच एसएचओ दिनेश जीवनानी कर रहे हैं.
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