World Cancer Day 2024: परहेज नहीं करने पर घातक होती है बीमारी, डॉक्टर ने बताया कैसे रोका जा सकता है कैंसर
World Cancer Day: आज कैंसर दिवस पर शहर में कई आयोजन हो रहे हैं, कैंसर के विषय में कोटा संभाग की बात करें तो यहां सबसे अधिक कैंसर गुटखा, जर्दा, बीडी और सिगरेट पीने वालों में देखने को मिल रहा है.
Rajasthan News: आज कैंसर दिवस पर शहर में कई आयोजन हो रहे हैं, कैंसर के विषय में कोटा संभाग की बात करें तो यहां सबसे अधिक कैंसर गुटखा, जर्दा, बीड़ी और सिगरेट पीने वालों में देखने को मिल रहा है. वरिष्ट कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. कौशल गौतम ने बताया कि कोटा संभाग में सर्वाधिक जबड़े का कैंसर देखने को मिल रहा है जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर व बच्चेदानी का कैंसर सर्वाधिक है.
समाज में जागरूकता बढ़ाकर, तम्बाकू, बीडी, सिगरेट, गुटखा एवं ऐल्कोहल से परहेज कर एवं समय समय पर शरीर में उत्पन्न नए लक्षणों की समय-समय पर कैंसर स्क्रीनिंग जांच एवं कैंसर माकर्स (जैसे: मेमोग्राफी, सी.ए.-125, पी.एस.ए., कोलोनोस्कोपी, पेप स्मीयर आदि) करवाकर कैंसर जैसी गंभीर रोग का पता लगाया जा सकता है. डॉ. कौशल ने कहा कि यदि समय पर कैंसर पकड़ में आता है तो उपचार संभव है. कोटा संभाग के चार जिलों में हर साल एक हजार नए कैंसर रोगी सामने आ रहे हैं जो बेहद बड़ा आंकड़ा है.
जर्दे वाला मंजन करने से भी हो रहा कैंसर
डॉ. गौतम का कहना है कि कैंसर की रोकथाम का सबसे बड़ा कारण जागरूकता है. यदि मरीज समय पर चिकित्सक के पास पहुंचता है तो उसकी जान बचाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि कोटा संभाग में जर्दे वाले लाल दंत मंजन का काफी चलन है, जिसके कारण कोटा संभाग और आसपास की महिलाओं को मुंह का कैंसर हो रहा है. भारत में स्तन का कैंसर, फेफड़े का कैंसर, मुंह का कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा का केंसर, और जीभ का केंसर देखा जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में पुरुषों में मुख (ओरल कैविटी) एवं महिलाओं में स्तन (ब्रेस्ट) कैंसर, सर्विक्स कैंसर के कारण 50 प्रतिशत से अधिक मृत्यु होती है.
बच्चों में भी होता है आंख का कैंसर
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेश पांडे ने बताया कि आंखों का कैंसर शिशुओं से लेकर वयस्कों में हो सकता है. बच्चों में सबसे आम आंख के कैंसर के रेटिना की कोशिकाओं में शुरू होता है, जिसे चिकित्सकीय भाषा में रेटिनोब्लास्टोमा कहा जाता है. आंखों के कैंसर के 90 प्रतिशत कैंसर तीन साल तक के बच्चों में पाए जाते हैं. आंखों के कैंसर की पहचान है कि इसमें बच्चों की आंखों में रोशनी पड़ने पर आंख की पुतली के बीचों-बीच सफेद झलक (व्हाईट प्यूपिलरी रिफलेक्स) दिखाई देती है. ऐसे बच्चों को तुरन्त नेत्र चिकित्सक को दिखाएं.
ये भी पढ़ें: Rajasthan News: शिक्षा मंत्री के औचक निरीक्षण से मचा हड़कंप, बिना अनुमति गैरहाजिर अधिकारियों पर लिया ये एक्शन