Rajasthan News: विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day 2023) प्रतिवर्ष 4 फरवरी कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके रोकथाम, पहचान एवं उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है. इस वर्ष कैंसर दिवस की थीम क्लोज द केयर गैप है, जो वर्ष 2024 तक चलेगी. क्लोज द केयर गैप का प्रमुख उद्देश्य समुदाय के उस वर्ग तक कैंसर के इलाज की सुविधाएं पहुंचाना है जो इससे वंचित हैं, जैसे गांव, ढाणी, गरीब वर्ग. 


कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कौशल गौतम ने बताया कि भारत में हर साल लगभग 27 लाख लोग कैंसर से ग्रसित होते हैं और इस बीमारी से 8 लाख लोगों की मौत हो जाती है. कोटा संभाग में मुख्यतया पाए जाने वाले कैंसर में पुरुषों में मुख का कैंसर और स्त्रियों में स्तन एवं बच्चेदानी के मुख का कैंसर प्रमुख है. हाड़ोती क्षेत्र में कैंसर के प्रमुख कारणों में तंबाकू का सेवन, तंबाकू युक्त लाल दंत मंजन का सेवन प्रमुख है. मुख में लंबे समय से छाला या घाव, सफेद धब्बा, लाल धब्बा हो तो वह कैंसर हो सकता है. वहीं महिलाओं में बच्चेदानी से रक्त स्राव, स्तन में गांठ आदि इसके लक्षण हैं.


प्रारंभिक अवस्था में उपचार जरूरी
डॉ. गौतम ने बताया कि कैंसर का प्रारंभिक अवस्था में पता लगने पर इलाज की संभावनाएं ज्यादा होती हैं, इसलिए हमारा मकसद कैंसर का प्रारंभिक अवस्था में पता लगाना है. हाड़ोती संभाग में कैंसर के बारे में फैली भ्रांतियां भी हैं, जिसमें बायोप्सी या जांच का टुकड़ा लेने से कैंसर फैल जाता, लोहा या धातु लगने से कैंसर फैल जाना है, लेकिन ये सभी भ्रांतियां हैं, इनसे बचना चाहिए. अब कोटा संभाग में कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. अब कैंसर रोगियों को इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर रुख करने की आवश्यकता नहीं है.


डायबिटीज रोगियों में बढ रहा कैंसर
रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट का कहना है कि, कोटा संभाग में डायबिटीज रोगियों में कैंसर होने की संभावना तेजी से बढ रही है. 100 में से 10 कैंसर मरीजों की हिस्ट्री में मधुमेह होने की बात सामने आई है. मधुमेह के मरीज रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से इसकी चपेट में आ जाते हैं.  


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