Rajasthan Politics: शेखावटी को अब 'यमुना जल' देकर BJP ने खेला बड़ा दांव, विधानसभा चुनाव के परिणाम से तैयारी बढ़ी?
Rajasthan Politics: राजस्थान के विधान सभा चुनाव में शेखावटी में बीजेपी को बहुत फायदा नहीं हुआ था. सीकर, झंझुनू और चुरू में यमुना जल के जरिये पार्टी बड़ा दांव खेल सकती है.
Rajasthan Politics: राजस्थान में बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए क्षेत्रवार रणनीति बना रही है. उन क्षेत्रों में बीजेपी ज्यादा फोकस कर रही है, जहां पर पार्टी को अधिक नुकसान हुआ है. आगामी चुनाव के मद्देनजर पार्टी उस क्षेत्र के लोगों से संबंधित मसलों और मांगों को लेकर ध्यान केंद्रित कर रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने राजस्थान और हरियाणा के मध्य यमुना जल को लेकर हुए समझौते के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का आभार जताया है.
शेखावटी को लेकर बीजेपी पूरी तरह से अलर्ट है. चुनाव को देखते हुए पार्टी वहां पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मध्यस्थता में शनिवार (17 फरवरी) को हुई इस मीटिंग में हरियाणा सरकार ने तय किया है कि हथनी कुंड से अपनी जरूरत पूरी होने के बाद बाकी बचे हुए पानी को राजस्थान को दिया जाएगा.
राजस्थान में डबल इंजन की सरकार- सीपी जोशी
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि राज्य में बीजेपी की डबल इंजन सरकार पीएम मोदी की गारंटी के साथ जनहित में कई ऐतिहासिक फैसले ले रही है. पिछली सरकार की ओर से ध्यान नहीं दिए जाने के कारण यह योजना इतने समय तक लंबित रही. अब केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत की अध्यक्षता में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल की बैठक में समझौता होने के बाद हरियाणा बरसात के दिनों में यमुना का अतिरिक्त पानी राजस्थान को देगा और राजस्थान इस पानी को स्टोरेज करेगा जिससे यह पीने के काम आ सकेगा. बीजेपी ने इसे लेकर पूरी तरह से रणनीति बना ली है.
बारिश का पानी व्यर्थ नहीं बहेगा'
सीपी जोशी ने कहा इस समझौते के अनुसार योजना के मूर्त रूप लेने के बाद राजस्थान को ताजेवाला हेड-वर्कस से यमुना नदी का जल उपलब्ध होगा और बरसात में व्यर्थ बह जाने वाले पानी का भी समुचित उपयोग हो सकेगा. प्रदेश के सीकर, झंझुनू और चुरू जिलों को इससे फायदा होगा जहां पानी की उपलब्धता नहीं है. अब इन जिलों में पानी देने के लिए एक विस्तृत डीपीआर बनाई जाएगी. हथिनी कुंड बैराज पर हरियाणा के बंटवारे के मुताबिक हरियाणा की कैपेसिटी पूरा करने के बाद राजस्थान की जरुरत के अनुसार अंडर ग्राउंड पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचाया जाएगा.
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