Yearender 2022: राजस्थान की राजनीति में साल 2022 बहुत अहम रहा. एक तरफ कुछ नेताओं का भविष्य तय हुआ, तो दूसरी तरफ कुछ विधायकों ने अपने बयानों से खूब सुर्खियां बटोरीं. राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 27 पर महिला विधायक हैं.
वर्ष 2022 में कांग्रेस की महिला विधायक दिव्या मदेरणा (Divya Maderna) चर्चा में रहीं. वहीं, बीजेपी के लिए शोभा रानी कुशवाहा (Shobha Rani Kushwaha) बड़ी मुसीबत बनीं. राजस्थान सरकार में मंत्री जाहिदा खान (Zahida Khan) भी खूब चर्चा में रहीं. आइये जानते हैं आखिर इन्होंने ऐसा क्या बोला है, जो इनकी पार्टी के लिए महंगा पड़ गया था.
दिव्या मदेरणा ने अपनी सरकार को ही 'घेरा'
दिव्या मदेरणा (Divya Maderna) जोधपुर की ओसियां विधानसभा सीट (Osian Assembly Seat) से कांग्रेस की विधायक हैं. दिव्या ने हमेशा मुखर होकर अपनी हर बात रखी है, लेकिन 25 सितंबर को जयपुर में जो सियासी ड्रामा हुआ उसके बाद से लगातार दिव्या वह मीडिया में बनी रहीं.
दिव्या मदेरणा ने खुलकर कुछ नेताओं के खिलाफ बोला. 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान राहुल गांधी के साथ फोटो की वजह से भी दिव्या मदेरणा ने सुर्खियां बटोरीं. दिव्या सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहती हैं. मुख्यमंत्री हों या फिर कोई और मंत्री, सभी को दिव्या ने समय-समय पर मुद्दों को लेकर खूब घेरा है. कई बार तो सरकार पर सवाल उठा दिया और कई बार मुख्यमंत्री से सीधे सवाल ही कर दिया.
शोभा रानी कुशवाहा अकेली बीजेपी विधायक
भारत संभाग में धौलपुर से बस शोभा रानी कुशवाहा (Shobha Rani Kushwaha) ही अकेले बीजेपी से चुनाव जीत पाई थीं. लेकिन उन्होंने भी बीजेपी से बगावत कर दी. वो चर्चा में तब आईं, जब राजस्थान में राज्यसभा के लिए मतदान देना था और उन्होंने क्रॉस वोट कर दिया था. क्रॉस वोटिंग से चर्चा में आने के बाद उन्हें बीजेपी प्रदेश नेतृत्व और केंद्रीय अनुशासन समिति ने 'कारण बताओ नोटिस' दिया था.
इसके बाद शोभा रानी कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. इससे पहले शोभारानी ने मीडिया में बयान देकर बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर के कुछ नेताओं पर पंचायत चुनाव में अपनी ही पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर आरोप लगाया था. लेकिन शोभारानी अभी भी विधायक हैं.
जाहिदा खान क्यों आई थीं चर्चा में
जाहिदा खान (Zahida Khan) राज्य मंत्री हैं और राजनीति में काफी चर्चा में बनी रहती हैं. जाहिदा खान भरतपुर के कामां से कांग्रेस की विधायक हैं. पिछले दिनों भरतपुर के पहाड़ी क्षेत्र में मंडी समिति के चुनाव में जाहिदा खान वहां गईं. किसी ने उन्हें फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया, लेकिन जाहिदा खान ने कहा था कि 'फूलन सूं तो काम नहीं चलेगा'. आज हमको काम करके जांगा. इतने में ही स्वागत करने वाले सदस्य ने जाहिदा खान के मन की बात परख ली और फिर 500-500 रुपए के नोट की एक करीब 51 हजार रुपए की माला पहनाई. इसके बाद से जाहिदा खान हमेशा चर्चा में बनी हुई हैं.
कुल 27 महिला विधायक
राजस्थान विधानसभा में इस बार कुल 27 महिला विधायक हैं, जिनमें से बीजेपी के पास 10 की संख्या है. कांग्रेस के पास कुल 15 महिला विधायक हैं. रमीला खड़िया ने बांसवाड़ा की कुशलगढ़ सीट से निर्दलीय चुनाव जीता है. वहीं, नागौर की मेड़ता विधानसभा सीट से इंद्रा देवी ने आरएलटीपी से चुनाव जीता है. इस साल राजस्थान की राजनीति भले ही खूब चर्चा में रहीं, लेकिन इनमें से बस कुछ ही विधायक हैं जो मीडिया में चर्चा में बनी रहीं.
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