Year Ender 2022: कन्हैयालाल हत्याकांड, रेलवे ट्रैक ब्लास्ट, कांग्रेस का चिंतन... जानिए उदयपुर के लिए कैसा रहा साल 2022
Goodbye 2022: साल 2022 चंद दिनों का मेहमान है. कोरोना काल के बाद पर्यटकों ने जमकर सैर की. कई घटनाओं के कारण उदयपुर की चर्चा देश-दुनिया में भी हुई.
Year Ender 2022: वर्ष 2022 में उदयपुर ने टूरिस्ट के नजरिये से इतिहास रच दिया. नवंबर तक देशी और विदेशी 13 लाख से ज्यादा पर्यटक आए. पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या पहले उदयपुर में कभी नहीं देखी गई. दिसंबर माह में अब तक 50 हजार से भी ज्यादा पर्यटकों ने दौरा कर लिया है. कोरोना काल के बाद घाटे में गए व्यापारियों को जबरदस्त मुनाफा हुआ. पिछले 10 वर्षों के पर्यटकों की बात करें तो वर्ष 2022 से पहले वर्ष 2019 में करीब 11 लाख पर्यटक आए थे. हालांकि इस साल विदेशी पर्यटक कम संख्या में 41 हजार ही आए जबकि वर्ष 2019 में 2 लाख से ज्यादा आए थे.
देश का पहला शेरपा सम्मेलन उदयपुर में
देश के पास पहली बार जी-20 की अध्यक्षता एक दिसम्बर को आई थी. जी-20 की सबसे पहली शेरपा बैठक करवाने का सौभाग्य उदयपुर को प्राप्त हुआ. 4 से 7 दिसंबर तक शेरपा सम्मेलन में 29 देशों के प्रतिनिधि उदयपुर आए. शेरपा सम्मेलन के लिए उदयपुर को दुल्हन की तरह सजाया गया था. उदयपुर का नाम विश्व पटल पर छा गया. देशभर से आए कलाकारों ने सांकृतिक कार्यक्रम पेश किए.
कन्हैयालाल हत्याकांड ने देश को दहलाया
खुशी के बीच वर्ष 2022 में एक बड़ा गम भी शामिल है. 28 जून को आतंकी घटना में टेलर कन्हैयालाल साहू की सिर काट हत्या कर दी गई. हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर दिया. आरोपियों ने हत्याकांड का लाइव वीडियो शेयर किया था. सनसनीखेज वारदात से उदयपुर के सांप्रदायिक माहौल को भी नुकसान पहुंचा. कुछ दिनों तक कर्फ्यू रहने के बाद धीरे-धीरे मामला शांत हुआ. एनआईए ने जांच पूरी कर जयपुर स्थित स्पेशल कोर्ट में चालान पेश किया. मामले में पाकिस्तान के भी आरोपी सामने आए.
ट्रेन पटरी ब्लास्ट से चर्चा में आया उदयपुर
कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद 14 नवंबर को ट्रेन की पटरी पर ब्लास्ट से भी उदयपुर चर्चा में रहा. घटना की जांच करने देश की बड़ी एजेंसियां पहुंची. उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉडगेज लाइन का 13 दिन पहले 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था. जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिलने के कारण घटना को अंजाम दिया.
कांग्रेस ने लगाया उदयपुर में चिंतन शिविर
उदयपुर साल 2022 में राजनीतिक दृष्टि से भी छाया रहा. पार्टी नेताओं और कार्यक्रताओं में जान फूंकने के लिए कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर का 14 मई को तीन दिवसीय चिंतन शिविर रखा. चिंतन शिविर का नाम बाद में नव संकल्प शिविर रखा गया. नव संकल्प शिविर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित देशभर के बड़े कांग्रेसी नेता आए थे.
कांग्रेस ने पार्टी में जान फूंकने के लिए कई निर्णय लिए. उदयपुर संभाग स्थित बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी सभा भी की थी. कांग्रेस और बीजेपी के कार्यक्रम राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात की टीसपी सीटों को देखते हुए आयोजित किए गए. गुजरात चुनाव में बीजेपी को फायदा मिल चुका है. अब राजस्थान चुनाव की तैयारी है.
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