Rajasthan News: मणिपुर में इस साल दो समुदायों के बीच हिंसा हुई और इस हिंसा में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना हुई. इसमें एक महिला को निर्वस्त्र करा कर उसे घुमाया गया था. इस मामले ने जुलाई 2023 में पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा था. इसके बाद यह वारदात लोगों के जहन से हटी भी नहीं थी कि डेढ़ महीने बाद राजस्थान के उदयपुर संभाग में ऐसी ही एक ही एक और घटना घट गई. यहां एक गर्भवती महिला के साथ उसके पति ने ही हैवानियत की थी.
उदयपुर संभाग के प्रतापगढ़ जिले के धरियावद तहसील क्षेत्र में 31 अगस्त को एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो सामने आने के बाद पता चला कि एक गर्भवती महिला को उसके पति ने पहले खंभे से बांधकर पीटा फिर सभी के सामने महिला को निर्वस्त्र कर दिया. इसके बाद उसे निर्वस्त्र करके पीटते हुए पूरे गांव में घुमाया. इस घटना के सामने आते ही राजस्थान सहित पूरा देश हिल गया था. महिला का गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था. साथ ही कई किरोड़ीलाल मीणा सहित अन्य बीजेपी नेता मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला था.
पुलिस ने गठित की थी एसआईटी
यह मामला इतना गंभीर था कि उस समय (पूर्व मुख्यमंत्र) अशोक गहलोत के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन को प्रतापगढ़ भेजा. उमेश मिश्रा ने स्थिति संभालने के लिए बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार ने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और एडीजी दिनेश एमएन को प्रतापगढ़ भेजा गया है. मामले में जांच के लिए एसआईटी तक गठित की गई. पुलिस ने घटना के आरोपी पति सहित उसके परिवार के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया था.
चुनाव में भी रही इस घटना की गूंज
आरोपी की गिरफ्तारी होने के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ. बीजेपी ने हर मौके पर इस घटना को लेकर गहलोत सरकार को आड़े हाथ लिया. तीन महीने बाद दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव तक इस मामले की गूंज रही. किसी भी बीजेपी नेता का यहां दौरा रहा उन्होंने महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया. बरहाल इस सीट पार कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. यहां विधायक रहे रमेश मीणा की हार हुई और बीजेपी के हेमंत मीणा की जीत हुई थी.