प्रयागराज: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की बगावत के विवाद में प्रयागराज की बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी भी कूद पड़ी हैं. उनका कहना है कि राहुल गांधी में लीडरशिप की योग्यता नहीं है और प्रियंका वाड्रा उनसे भी कमजोर साबित हो रही हैं.
उन्होंने कहा कि पूरे फैसले गांधी परिवार के तीन सदस्य ही लेते हैं. ये तीनों पार्टी नेताओं की योग्यता को पसंद करने के बजाय सिर्फ चाटुकारों को तरजीह देते हैं, इसलिए कांग्रेस में इन दिनों भगदड़ सी मची हुई हैं.
उन्होंने आगे कहा कि पहले उनके जैसे बुजुर्ग नेताओं ने पार्टी छोड़ी और अब युवा नेता कांग्रेस को छोड़कर तेजी से भाग रहे हैं. सचिन पायलट ने अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए कांग्रेस में बगावत की है और यह उनके लिए बेहद जरूरी हो गया था. रीता जोशी ने सचिन पायलट को बीजेपी में शामिल होने की भी ऑफर दिया है.
बता दें कि रीता बहुगुणा जोशी भी पहले कांग्रेस की कद्दावर नेता थीं, लेकिन 20 अक्टूबर 2016 को उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की कमान संभाल चुकी रीता बहुगुणा जोशी ने पार्टी से नाराजगी के चलते ये बड़ा कदम उठाया था.
कौन हैं रीता बहुगुणा जोशी?
- रीता बहुगुणा जोशी यूपी के मुख्यमंत्री रह चुके हेमवंती नंदन बहुगुणा की बेटी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके विजय बहुगुणा की बहन हैं.
- कांग्रेस की टिकट पर रीता बहुगुणा जोशी ने साल 2014 में लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थीं. यूपी विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट से उन्होंने मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को हराया था.
- रीता बहुगुणा जोशी ने यूपी में कैबिनेट मंत्री रहते हुए प्रयागराज संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीतकर सांसद बनीं.
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