लखनऊ. विधानसभा का सत्र शुरु होने से पहले समाजवादी पार्टी के विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों ने विधानभवन में जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की. चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. कोरोना काल के बावजूद सपा विधायकों के तेवर हमेशा की तरह तीखे नज़र आये.


PPE किट पहनकर प्रदर्शन करते दिखे सपा विधायक
समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सरकार को कानून व्यवस्था, अपराध, स्वास्थ्य व्यवस्था, कोरोना के इंतज़ाम, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घेरते हुए प्रदर्शन किया. इन लोगों ने आजम खान को आजाद करने का भी मुद्दा उठाया. कई विधायक PPE किट पहनकर प्रदर्शन करते नज़र आये. इनका कहना था कि प्रदेश सरकार कोरोना के हालात से निपटने में असफल रही है.


कोरोना मरीजों को बेड नहीं मिल रहे तो डॉक्टर्स को घटिया PPE किट दी जा रही है. सैदपुर विधायक सुभाष पासी ने कहा कि उन्होंने अपनी विधायक निधि से एक करोड़ रुपये दिए थे लेकिन छह महीने बाद भी उनके क्षेत्र के अस्पताल में वेंटिलेटर नहीं लगे. अब जनता उनसे सवाल कर रही है.


हाथ में हथकड़ी पहन कर सरकार पर आरोप
कुछ विधायक हाथ मे हथकड़ी पहने नजर आए. उनका कहना था कि प्रदेश मे अपराधियों को खुली छूट है जबकि बेगुनाहों को जेल में भरा जा रहा है. इसीलिए ये अपराध प्रदेश बना है. कुछ विधायकों ने किसानों की समस्या की बात कही. इनका प्रदर्शन एक घंटे से अधिक समय तक जारी रहा.


सपा विधायकों ने स्वास्थ्य मंत्री को घेरा
इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह विधानसभा पहुंचे तो सपा विधायकों, विधानपरिषद के सदस्यों ने उनको घेर लिया. गेट पर ही ये लोग स्वास्थ्य मंत्री से कोरोना से निपटने में नाकाम रहने पर सवाल करने लगे. पूछने लगे कि आखिर लोगों को बेड क्यों नहीं मिल रहे, फंड में इतना पैसा आया, कहां गया. सुरक्षा कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री को सपा विधायकों के बीच से बाहर निकाला.


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