मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश बदन सिंह बद्दो की गिरफ्तारी न होने की वजह से समाजसेवी अभिषेक सोनी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर रहा है कि एक तरफ प्रदेश सरकार अपराध और अपराधी मुक्त प्रदेश बनाने की बात कह रही है वहीं दूसरी तरफ उसी के अधिकारी कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार करने में हीला हवाली बरत रहे हैं.
सोशल मीडिया पर एक्टिव है बदमाश
समाजसेवी अभिषेक सोनी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर बदन सिंह बद्दो की गिरफ्तारी न होने पर सवाल खड़े किए हैं. कोर्ट ने उनकी याचिका का संज्ञान लेते हुए फटकार लगाते हुए कहा कि आखिरकार इतना बड़ा बदमाश अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर क्यों है. जबकि, ये बदमाश सोशल मीडिया पर एक्टिव है. लोगों को फोन के जरिए धमकी दे रहा है. इसकी गिरफ्तारी इतने दिन बीत जाने के बाद भी क्यों नहीं हुई इस पर 23 नवंबर 2020 को प्रमुख सचिव गृह से एफिडेविट मांगा गया है. कोर्ट ने पूछा कि आखिर अब तक बदन सिंह बद्दो को क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया और सरकार ने अब तक उसे गिरफ्तार करने के लिए क्या कदम उठाए हैं.
अधिकारी संजीदगी से काम नहीं कर रहे
समाजसेवी अभिषेक सिंह का साफ तौर से कहना है प्रदेश सरकार अपराध और अपराधी मुक्त प्रदेश बनाने की बात कह रही है लेकिन अधिकारी पूरी संजीदगी से काम नहीं कर रहे हैं. यही वजह है कि बदन सिंह बद्दो जैसे शातिर अपराधी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. ऐसे में उन अधिकारियों और सफेदपोश लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई हो जिन्होंने बदन सिंह बद्दो को फरार होने में सहयोग किया और आज भी उसकी मदद करते आ रहे हैं.
250000 रुपये का इनाम घोषित
बता दें बदन सिंह बद्दो पर 250000 रुपये का इनाम घोषित है लेकिन अभी तक न तो उसकी गिरफ्तारी हुई है और न ही उसकी प्रॉपर्टी को प्रशासन ने जब्त किया है. बदन सिंह बद्दो 28 मार्च 2019 को मेरठ के मुकुट महल होटल से पेशी के दौरान फरार हुआ था जिसके बाद से आज तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है. लेकिन, समय-समय पर वो सोशल मीडिया पर एक्टिव भी रहता है और अपने विरोधियों को फोन कर धमका भी रहता है. उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ उसकी गिरफ्तारी तो दूर उसका पता भी नहीं लगा सकी है कि आखिर वो देश में है या फि देश से बाहर.
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