हरियाणा के सोनीपत के गांव हलालपुर में कल पहलवान निशा और उसके भाई सूरज की निशा के कोच पवन और उसके कुछ साथियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड के बाद आज गांव में दहिया खाप के प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने एक पंचायत बुलाई जिसमें यह फैसला लिया गया कि जब तक हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक वह अपने बच्चों का दाह संस्कार नहीं करेंगे. वहीं आरोपियों पवन और उसके साथियों पर सोनीपत पुलिस ने 5 लाख का इनाम भी घोषित कर दिया है ताकि उनकी गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो सके.
बता दें कि मृतक निशा और सूरज के पिता दयानंद सीआरपी में तैनात है और हाल फिलहाल जम्मू कश्मीर के सोपोर जिले में तैनात हैं. वहीं वारदात के दौरान एक गोली पहलवान निशा की मां को भी लगी जिनका इलाज दिल्ली के एक निजी अस्पताल में चल रहा है.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस
इस मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर रमेश चंद ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा कि हमें कल जानकारी मिली थी कि गांव हलालपुर में कोई झगड़ा हुआ है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर गई थी. घटनास्थल पर निशा नाम की पहलवान उसके भाई सूरज और उसकी मां धनपति लहूलूहान पड़े हुए थे. जिसमें निशा और उसके भाई सूरज की मौत हो गई जबकि उनकी मां का इलाज दिल्ली के एक निजी अस्पताल में चल रहा है.
मां ने बताया कि आरोपी उसकी बेटी के साथ करता था छेड़खानी
इंस्पेक्टर रमेश चंद ने कहा कि मां के बयान के आधार हत्या का मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. वहीं मृतकों की मां ने बयान दिया है कि पवन कोच ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है. शुरुआती जांच में निशा की मां ने बताया कि पवन उसकी बेटी के साथ छेड़खानी करता था जिसका वह विरोध कर रही थी.
पिता ने कहा कि आरोपी उनकी बेटी को नेशनल में खिलाने का झांसा देकर पैसे ऐंठ रहा था
वही अपने बच्चों को खो चुके सेना के जवान दयानंद ने बताया कि वह जम्मू कश्मीर में सोपोर जिले में कम्युनिकेशन इंचार्ज के पद पर तैनात है. उन्हें कल सूचना मिली थी कि पवन ने पहले तो निशा को गोली मारी और उसके बाद बेटे सूरज और उसकी मां को वहां पर बुलाया. इसके बाद उसने उन्हें भी गोली मार दी जिसमें सूरज की भी मौत हो गई. मृतका निशा के पिता ने कहा कि करीब 3 साल से है उनकी बेटी कुश्ती एकेडमी में खेल रही थी और पवन उसे बहला-फुसलाकर नेशनल में खिलाने का झांसा दे रहा था. उसने उनकी बेटी का, ब्रेन वाश कर दिया और वह बस पैसे ऐँठ रहा था. उन्होंने कहा कि कई बार उन्होंने अपनी बेटी को सोनीपत भी भेजने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी. पवन एक अपराधिक प्रवृत्ति का आदमी था मैंने उसको समझाया था कि वह ऐसा ना करें अन्यथा वह पुलिस ने उसकी शिकायत कर देंगे लेकिन इसके बावजूद वह उसकी बेटी को झांसे में रखे हुए था.
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