Punjab News: एक नवंबर को आधिकारिक तौर पर राज्य में गेहूं की बुवाई का मौसम शुरू हो गया है. इसी के साथ पंजाब में पराली जलाने के मामलों में भी तेजी से इजाफा हुआ है. पिछले तीन दिनों में सूबे में 7,692 पराली जलाने के मामले सामने आए हैं, जो राज्य में इस तरह मामलों का 43 फीसदी है. ये 16 सितंबर से दो नवंबर के बीच अब तक सबसे ज्यादा है.
48 दिन में आए 17,921 मामले
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PPCB) ने कहा कि पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर (PRSC) ने 16 सितंबर से दो नवंबर तक 48 दिनों के दौरान 17,921 पराली जलाने के मामले दर्ज किए हैं. सिर्फ दो नवंबर को कुल 3,001 मामले सामने आए. जबकि एक नवंबर और 31 अक्टूबर को क्रमशः 1,796 और 2,895 पराली जलाने के मामले दर्ज किए गए हैं.
इन जिलों में सबसे ज्यादा मामले
तरन तारन और अमृतसर में सबसे ज्यादा पराली जलाई गई हैं. यहां क्रमश: 2,592 और 1,320 पराली जलाने के मामले दर्ज किए गए हैं. ये दोनों जिले सितंबर से ही इस तरह की खबरें सामने आ रहीं थी. अब, अन्य जिलों ने भी पराली जलाने के मामलों में तेजी देखी गई है. फिरोजपुर में पिछले तीन तीन दिनों में सबसे ज्यादा 955 जगह पराली जलाई गई. इसके बाद संगरूर में 680 और बरनाला में 549 ऐसे मामले दर्ज किए गए.
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